मनरेगा जेई सरिता की निर्मम हत्या से सकते में लोग
मुजफ्फरपुर शहर के अहियापुर थाने के बजरंग बिहार कालोनी में रह रहीं व मुरौल प्रखंड में मनरेगा जेई के पद पर तैनात सरिता कुमारी की निर्मम हत्या की खबर पर पूरे जिले में हड़कंप मच गया है।
सीतामढ़ी। मुजफ्फरपुर शहर के अहियापुर थाने के बजरंग बिहार कालोनी में रह रहीं व मुरौल प्रखंड में मनरेगा जेई के पद पर तैनात सरिता कुमारी की निर्मम हत्या की खबर पर पूरे जिले में हड़कंप मच गया है। वहीं मृतका के मायका सोनबरसा थाना के मुसहरनिया गांव व ससुराल कन्हौली थाना के फुलकाहा में लोग सकते में है। लोग जहां उसकी तीक्ष्ण बुद्धि व पढ़ाई के प्रति समर्पण की प्रशंसा करते नहीं थक रहे है, वहीं हत्या की वजहों को लेकर अटकलें लगा रहे है। जबकि घटना की सूचना के बाद सोमवार की शाम मृतका का पति फुलकाहा निवासी विजय कुमार नायक अपने परिजन के साथ मुजफ्फरपुर रवाना हो गया। मंगलवार की देर शाम तक परिजन उसके वापस लौटने का इंतजार करते रहे। परिजनों के अनुसार शव राख में तब्दील है। इसकी फारेंसिक जांच के बाद ही अवशेष मिलने की संभावना है। बताते चले की सोनबरसा थाना के मुसहरनिया निवासी रामजी महतो की पुत्री सरिता कुमारी की शादी वर्ष 1994 में कन्हौली थाना के फुलकाहा निवासी विजय कुमार नायक के साथ हुई थी। सरिता के पिता मुजफ्फरपुर दूर संचार विभाग में लिपिक के पद पर तैनात थे। लिहाजा सारा परिवार मुजफ्फरपुर में रहता था। जिस वक्त सरिता की शादी हुई थी, वह इंटर की छात्रा थी। लेकिन वह काफी मेधावी थी। शादी के बाद भी उसने अपनी पढ़ाई जारी रखी और मनरेगा में जेई बनी। शादी के बाद उसे दो पुत्र हुए। बड़ा पुत्र ध्रुव कुमार दरभंगा में पालीटेक्निक की पढ़ाई कर रहा है। जबकि छोटा पुत्र आर्य कुमार मुजफ्फरपुर में नौवीं कक्षा में पढ़ता है। सरिता चाहती थी कि उसका पति अच्छा काम करे। इसके चलते दोनों के रिश्तों में मनमुटाव चल रहा था। पिछले कुछ सालों से पति - पत्नी के बीच संबंध टूटन के कगार पर था। दोनों के बीच बातचीत बंद थी। दोनों अलग - अलग रह रहे थे। इसी बीच मंगलवार की शाम उसे कमरे में बंद कर ¨जदा जला दिया गया।
मुसहरनिया में सन्नटा, फुलकाहा में इंतजार : सरिता की ¨जदा जला कर हत्या की खबर के बाद से ही फुलकाहा व मुसहरनिया गांव के लोग सकते में है। गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है। मुसहरनिया में लोग सरिता के बारे में चर्चा कर रहे है। वहीं फुलकाहा में लोग शव आने का इंतजार कर रहे है। हर कोई एक ही सवाल कर रहा है। हत्या की वज क्या है? चचेरे भाई शिक्षक के पद पर तैनात अजय कुमार ने उसकी मेधावी होने की बात कहीं। बताया कि काफी महत्वाकांक्षी थी। बताया कि सरिता की पिता की मौत हो चूकी है। बड़ा भाई राजीव कुमार बरौनी रिफाइनरी में काम करता है। मां कुसूम देवी राजीव के साथ बरौनी में रहती है। छोटा भाई छोटू कुमार बीटेक की पढ़ाई कर रहा है। तीनों मुजफ्फरपुर पहुंच गए है। गांव में रह रहीं उसकी चाची ने भी निर्मम हत्या पर दुख जताया। बताया कि लोग उसके बारे में पूछ रहे है। उधर, सरिता की मौत की खबर मिलते ही पति विजय कुमार नायक परिजनों के साथ मुजफ्फरपुर रवाना हो गया। मंगलवार को पूरे दिन परिजन उसके आने का इंतजार करते रहे। घर में चुल्हा तक नहीं जला। रिश्तेदार आकर हाल - चाल ले रहे है। घर पर विजय की बहन क्रांति देवी, बहनोई रंजीत कुमार व फुफा रामचंद्र महतो मिले। बताया - पता नहीं कैसे और किसने उसकी हत्या कर दी। हत्या भी इतनी निर्मम। विश्वास नहीं हो रहा है। विजय के लौटने के बाद ही इसका पता चल पाएगा।