करोड़ों के गबन में निर्माण कंपनी के कर्मी पुलिस गिरफ्त से बाहर
सीतामढ़ी। डुमरा थाना पुलिस नौ महीने बाद दो अभियंताओं को गिरफ्तार कर अपनी पीठ थपथपा रही है। वहीं इस क
सीतामढ़ी। डुमरा थाना पुलिस नौ महीने बाद दो अभियंताओं को गिरफ्तार कर अपनी पीठ थपथपा रही है। वहीं इस केस के मुख्य आरोपी ब्रह्मपुत्रा इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोपराइटर एवं कर्मी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। हैरत की बात यह है कि जिस कंपनी पर 3 करोड़ 90 लाख का गबन का आरोप है। वैसी कंपनी को फिर सीतामढ़ी जिले में साठ करोड़ का काम भी मिल गया। पुलिस का दावा है कि आरोपी कंपनी के प्रोपराइटर एवं कर्मी की गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह छापेमारी की जा रही है। वहीं आरोपी कंपनी के कर्मी जिले में अपने कार्य निष्पादित करा रहे हैं। बताते हैं कि फिलहाल ब्रह्मपुत्रा इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी द्वारा बथनाहा प्रखंड के टिकौली पंचायत से बाजपट्टी प्रखंड होते हुए पुपरी प्रखंड के रामपुर पचीसी तक अधवारा समूह के दोनों तरफ 60 करोड़ की लागत से बांध निर्माण का काम कराया जा रहा है। मालूम कि 2012 से 2014 तक अधवारा समूह के तटबंध का चौड़ीकरण किया जा रहा था। जिसमें कंपनी एवं विभाग के कर्मियों की मिलीभगत से किसानों के निजी जमीन से मिट्टी की कटाई की गई थी। जिसकी शिकायत किसानों ने विभाग से की थी। विभाग के कर्मी ने सरकार के नियम का हवाला देकर किसानों को मुआवजा देने की बात कही थी। मुआवजा नहीं मिलने पर लोगों ने कंपनी के खिलाफ आंदोलन किया था। कंपनी के प्रोपराइटर द्वारा किसानों पर रंगदारी का केस भी कराया गया। इस मामले में पूर्व सांसद नवल किशोर राय ने मुख्यमंत्री से मिलकर कंपनी के कार्यकलाप की जानकारी दी। विभाग के अभियंता प्रमुख बाढ़ नियंत्रण से भी शिकायत की। इस आलोक में बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा जांच की गई। जिसमें 3 करोड़ 90 लाख के गबन का मामला उजागर हुआ। विभाग के आदेश पर डुमरा थाना में 15 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। अब छोटी मछली तो पकड़ में आ गई देखना है बड़ी मछली कब फंसती है।