99 लाख की खाद्यान्न कालाबाजारी में फंसे बीसीओ
सीतामढ़ी। करीब 99 लाख रुपये की खाद्यान्न कालाबाजारी में नानपुर के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी अनिल कुम
सीतामढ़ी। करीब 99 लाख रुपये की खाद्यान्न कालाबाजारी में नानपुर के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी अनिल कुमार शर्मा फंस गए हैं। यह गड़बड़ी शर्मा ने पुपरी एसएफसी में सहायक गोदाम प्रबंधक रहने के दौरान की थी। इस बाबत राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक राजेंद्र उपाध्याय के आवेदन पर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
कुछ इस तरह की गई कालाबाजारी : प्राथमिकी के अनुसार, शर्मा को जिला पदाधिकारी के आदेश पर 17 मार्च 2016 को पुपरी गोदाम का प्रभारी सहायक प्रबंधक बनाया गया। 28 जनवरी 2017 सहायक प्रबंधक के रूप में मो. शहजाद आलम नियुक्त किए गए। 15 फरवरी को शर्मा ने नए प्रबंधक को प्रभार सौंप दिया। तब भंडार पंजी में चावल 4311 ¨क्वटल 48 किलो 797 ग्राम एवं गेहूं 1618 ¨क्वटल 09 किग्रा पाया गया। जबकि भंडार में चावल की मात्रा 1827 ¨क्वटल 66 किग्रा एवं गेहूं की मात्रा शून्य मिली। प्रभार पंजी में करीब 1000 बोरा पुराना सीएमआर चावल वर्ष 2014-15 एवं 2015-16 के तहत अधिप्राप्ति बचे रहने की बात कही गई। उक्त सत्र के तत्कालीन सहायक गोदाम प्रबंधक विजय कुमार झा द्वारा दिए गए प्रभार के आलोक में नीलामी हेतु तत्कालीन जिला प्रबंधक मो. सलाउद्दीन ने निगम को सूचित किया था। लेकिन, करीब एक हजार बैग पुराना चावल का वजन 450 ¨क्वटल घटाने के बाद भी गोदाम में भंडार पंजी में भारी अनियमितता पाई गई। प्रभार प्रतिवेदन के अवलोकन में 2034 ¨क्वटल 42 किलो 750 ग्राम चावल तथा 1618 ¨क्वटल 09 किग्रा गेहूं कम पाया गया। जिसकी कीमत 98 लाख 97 हजार 605 रुपये है। इसको तत्कालीन सहायक गोदाम प्रबंधक सह बीसीओ शर्मा ने कालाबाजारी कर गबन कर लिया।