'खुले में शौच मुक्त' एक मौन क्रांति : डीएम
सीतामढ़ी। स्वच्छ भारत मिशन के तहत शुक्रवार को एक होटल के सभागार में 'खुले में शौच मुक्त'विषयक पांच द
सीतामढ़ी। स्वच्छ भारत मिशन के तहत शुक्रवार को एक होटल के सभागार में 'खुले में शौच मुक्त'विषयक पांच दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला का उद्घाटन डीएम राजीव रौशन ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि'खुले में शौच मुक्त'एक मौन क्रांति है। यह क्रांति व्यवहार परिवर्तन से आती है। हमें पर्यावरण की सुरक्षा करनी है, पृथ्वी की सुरक्षा करनी है। इसलिए हमें खुले में शौच मुक्त स्मार्ट गांव की परिकल्पना को साकार करना है। इस मौन क्रांति में सीतामढ़ी के सभी 35 लाख जनता को इस जिम्मेदारी के निर्वहन का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अपने गांव से लगाव होता है। गांव से व्यक्ति की पहचान होती है। हर व्यक्ति की यही सोच है कि उसका गांव स्मार्ट गांव बने। इस परिकल्पना के लिए हम सभी को संकल्प लेना चाहिए। व्यवहार में परिवर्तन करनी चाहिए। डीएम ने कहा कि खुले में शौच मुक्त को प्रभावी बनाने के लिए सभी विभाग के पदाधिकारियों के साथ कार्यशाला आयोजित कर रणनीति तैयार की जाती है। अजय सिन्हा ने कार्यशाला में शामिल एसएसबी जवान, मुखिया व गांव से आये लोगों को कार्यशाला में दी जाने वाली जानकारी के बारिकियों को समझने एवं जन जन तक पहुंचाने का सुझाव दिया। उन्होंने पांच दिवसीय कार्यशाला के रुपरेखा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कार्यशाला में सैद्धांतिक जानकारी दी जाएगी। इसी सैद्धांतिक जानकारी को चयनित पंचायत में जाकर व्यवहारिक बनाना है। कहा कि आज तक जितने आविष्कार हुए, पागलों ने ही किया है। क्योंकि पागलपन व जुनून ही किसी की परवाह नहीं करती। उन्होंने कहा कि आपलोग सपने जरुर देखिये। लेकिन वह सपना नहीं देखे जो रात में देखें और सुबह भूल गए। आपकों वह सपना देखना है, जो सोने नहीं देती । मौके पर एसएसबी कमांडेंट, सहायक कमांडेंट, सदर एसडीओ संजय कृष्ण, कुमारिल सत्यनंदन, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी के अलावा व पंचायत से आए जनप्रतिनिधि मौजूद थे।