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इलाज में लापरवाही से वृद्घ की मौत पर बवाल

सीतामढ़ी। चिकित्सक की लापरवाही से मरीज की हुई मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने गुरुवार को नानपुर पीएचसी

By Edited By: Published: Thu, 02 Jul 2015 11:34 PM (IST)Updated: Thu, 02 Jul 2015 11:34 PM (IST)
इलाज में लापरवाही से वृद्घ की मौत पर बवाल

सीतामढ़ी। चिकित्सक की लापरवाही से मरीज की हुई मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने गुरुवार को नानपुर पीएचसी में जमकर बवाल काटा। उग्र लोगों ने जहां अस्पताल में तालाबंदी कर शव के साथ उग्र प्रदर्शन किया। वहीं मुआवजा व कार्रवाई की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की। लोगों ने इस दौरान रून्नीसैदपुर - पुपरी पथ को नानपुर चौक के पास घंटों जाम रखा। साथ ही जगह - जगह टायर जला कर आक्रोश जताया। बाद में मौके पर पहुंचे बीडीओ संदीप सौरभ, थानाध्यक्ष नफीस अहमद व प्रमुख ¨रकू कुमारी द्वारा आश्वासन दिए जाने के बाद लोग माने। इसके बाद तकरीबन छह घंटे बाद जाम समाप्त किया गया। वहीं प्रमुख द्वारा मृतक के परिजन को तत्काल 5 हजार रुपये प्रदान किए गए।

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क्या है मामला : थाना क्षेत्र के बहेड़ा पंचायत के बलुआ टोल निवासी रामानंद महतो को डायरिया की शिकायत पर बुधवार की देर शाम इलाज के लिए नानपुर पीएचसी में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सक डा. रामेश्वर प्रसाद व डा. राकेश कुमार ने उसका इलाज किया। इलाज के दौरान मरीज के मुह से झाग आने लगा। इसके बाद चिकित्सकों ने उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया। लेकिन परिजन सीतामढ़ी नहीं लाकर मरीज को डा. रामा शंकर प्रसाद के महुआगाछी स्थित क्लीनिक ले गए। जहां इलाज के दौरान उसकी बुधवार की देर रात मौत हो गई। परिजनों की माने तो इलाज के दौरान चिकित्सक की लापरवाही से मरीज की जान गई। इतना ही नहीं मरीज की मौत के बाद डा. रामा शंकर प्रसाद ने परिजनों से दो हजार रुपये लेने के बाद शव दिया। जबकि डा. प्रसाद नानपुर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सक है। इसके बाद लोग उग्र हो गए और शव के साथ नानपुर पीएचसी पहुंचे। जहां बुधवार की देर रात ही अस्पताल गेट पर शव रख कर प्रदर्शन करने लगे। गुरुवार की सुबह होते ही आक्रोश और बढ़ गया। लोगों नानपुर चौक के पास सड़क जाम कर विरोध जताना शुरू कर दिया। लोगों ने पीएचसी प्रभारी के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। वहीं पीएचसी प्रभारी को हटाने की मांग पर अड़े रहे। लोगों का कहना था कि अस्पताल भवन बनने के बाद भी चिकित्सक अस्पताल में समय नहीं देते है। रोगियों के इलाज के प्रति बेपरवाह रहते है। सही तरीके से इलाज नहीं करने के चलते ही रामानंद महतो की मौत हुई है। बाद में अधिकारियों के आश्वासन पर जाम समाप्त हुआ। वहीं पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

चिकित्सक के खिलाफ थाने में प्राथमिकी : घटना की बाबत मृतक रामानंद महतो की पत्नी मालती देवी के बयान पर नानपुर थाने में नानपुर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी रामा शंकर प्रसाद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

पीएचसी प्रभारी का पक्ष : पीएचसी प्रभारी डा. रामा शंकर प्रसाद ने बताया की मरीज की हालत काफी खराब थी। पीएचसी से मरीज को रेफर किया गया था। लेकिन परिजन मरीज को लेकर उनके क्लीनिक में आए। उन्होंने बताया की अपने स्तर से इलाज किया, लेकिन मरीज की मौत हो गई।


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