धर्मशाला में चल रहा सिंगरहिया एपीएचसी
बथनाहा (सीतामढ़ी), संवाद सहयोगी : इलाके में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है। अस्पताल अब न नाम का रहा और न काम का। शासन - प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के नकारेपन से जनता में रोष है। वहीं
स्वास्थ्य सेवा की बदहाली से नीम - हकीमों की चांदी है। हालत यह है कि इलाज के अभाव में गरीबों की जिंदगी खतरे में पड़ गई है। सिंगरहिया उप स्वास्थ्य केन्द्र विभागीय उपेक्षा के कारण नकारा बना हुआ है। इस स्वास्थ्य केन्द्र के सहारे खुशनगरी, सिंगरहिया, फुलपरासी, कोदरकट आदि गांवों के लोगों का स्वास्थ्य सेवा निर्भर है। बावजूद इस ओर न किसी जनप्रतिनिधि और ना ही विभाग का ध्यान है। जिससे स्थिति दिनों दिन बद से बदतर होती जा रही है। मालूम हो कि ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए ढ़ाई दशक पूर्व उप स्वास्थ्य केन्द्र का स्थापना कराया गया। स्थापना काल से ही यह उप केन्द्र एक धर्मशाला में संचालित है। स्वास्थ्य केन्द्र के संचालन के लिए एक एएनएम सुनीता कुमारी पदस्थापित है। अस्पताल में संसाधनों का अभाव है। अस्पताल में न दवा की व्यवस्था है और नहीं इलाज की। चापाकल वर्षो से खराब पड़ा है। ग्रामीणों की माने तो यह अस्पताल टीकाकरण व पोलियो अभियान के लिए ही खुलता है।