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शिलान्यास के पांच साल बाद भी नहीं बनी सड़क

शेखपुरा। जिले के चेवाड़ा ब्लॉक के करंडे थाना अंतर्गत नारायणपुर गांव की एक हजार आबादी को लगता है पक्की

By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Jun 2017 03:02 AM (IST)Updated: Sun, 25 Jun 2017 03:02 AM (IST)
शिलान्यास के पांच साल बाद भी नहीं बनी सड़क
शिलान्यास के पांच साल बाद भी नहीं बनी सड़क

शेखपुरा। जिले के चेवाड़ा ब्लॉक के करंडे थाना अंतर्गत नारायणपुर गांव की एक हजार आबादी को लगता है पक्की सड़क नसीब नहीं होगी। एक हजार की आबादी वाले इस गांव को पक्की सड़क से जोड़ने के लिए सरकार ने योजना तैयार की थी मगर इस योजना को पांच साल से ग्रहण लगा हुआ है। ग्रामीणों ने जब खुद श्रमदान से गांव को सड़क से जोड़ने का काम शुरू किया तो दूसरे गांव के दबंगों ने श्रमदान का काम जबरन बंद करा दिया। इधर ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता जमील असगर ने गैर जिम्मेदाराना जबाब देते हुए कहा कि पूरे जिले का हिसाब रखना मेरे लिए संभव नहीं है। इस बाबत चेवाड़ा के सीओ ने बताया इस मामले की तहकीकात की जा रही है। खुद ग्रामीणों द्वारा बनाई जा रही सड़क की बाधा को दूर किया जायेगा। इस बाबत ग्रामीणों ने बताया कि इस सड़क का शिलान्यास 2013 में तत्कालीन सांसद भूदेव चौधरी ने किया था। इसके बाद मिट्टी का कुछ काम करने के बाद आज तक कोई वर्क नहीं किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि गांव को संपर्क सड़क से जोड़ने के लिए ग्रामीणों ने खुद पहल करते हुए श्रमदान से इस सड़क पर मिट्टी डालने का काम शुरू किया,मगर बगल के करंडे गांव के कुछ दबंग किस्म के लोगों ने जबरन काम बंद करा दिया। करंडे के लोगों का विरोध इस बात को लेकर है कि उसके खेत से मिट्टी काटी जा रही है। इधर नारायणपुर के ग्रामीणों का कहना है कि अलंग को ही काटकर खेल में मिला दिया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि अभी इस गांव के लोगों को पक्की सड़क पर पहुंचने के लिए डेढ़ किमी मिट्टी के अलंग पर चलना पड़ता है।


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