बच्चों में किताबी ज्ञान के साथ संस्कार भी पैदा करना जरूरी : जिला जज
जिला एवं सत्र न्यायाधीश आलोक कुमार पांडेय ने बच्चों में किताबी ज्ञान के साथ-साथ संस्कार भरने की जरूरत पर भी बल दिया है।
शेखपुरा। जिला एवं सत्र न्यायाधीश आलोक कुमार पांडेय ने बच्चों में किताबी ज्ञान के साथ-साथ संस्कार भरने की जरूरत पर भी बल दिया है। वे बुधवार की देर शाम शेखपुरा में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के तहत संचालित शिक्षण संस्थान संस्कार पब्लिक स्कूल के वार्षिकोत्सव समारोह का उद्घाटन करते हुए यह बात कही। इस मौके पर कई न्यायिक और प्रशासनिक अधिकारी के साथ बड़ी संख्या में छात्र-छात्रा तथा उनके अभिभावक भी मौजूद थे। इस मौके पर स्कूल के निदेशक विनोद कुमार ने भी अपनी बात रखी। स्कूल के वार्षिकोत्सव पर स्कूल के छात्र-छात्राओं ने रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं तथा शिक्षक-अभिभावकों को संबोधित करते हुए जिला जज ने कहा कि आज के दौर में अभिभावक तथा शिक्षक भी बच्चों पर सिर्फ किताबी ज्ञान पर ध्यान देते हैं, जिससे बच्चे सिर्फ किताबी कीड़ा बनकर रह जाते हैं। उन्होंने कहा कि किताबी ज्ञान की यह मारा-मारी भौतिकवाद की तरह हावी हो रहा है, जिससे छात्र-छात्राओं को आंतरिक प्रतिभा कुंठित हो रही है। उन्होंने कहा कि अक्सर देखने में मिलता है कि बच्चे किताबी ज्ञान में काफी आगे रहते हैं, मगर उनके पास व्यवहारिक जानकारी की भारी कमी रहती है। उन्होंने कहा कि बच्चों में किताबी ज्ञान के साथ-साथ शिक्षक तथा घर के अभिभावक संस्कार भरने का भी काम करें। इस मौके पर स्कूल के कई छात्र-छात्राओं को सम्मानित भी किया गया।