कुहासे व शीत लहर से बाजार में सन्नाटा
संवाद सूत्र, बरबीघा (शेखपुरा) : मौसम के बदले मिजाज से शीत लहर एवं ठंड यहा बढ़ गयी है। ठंडी बर्फीली ह
संवाद सूत्र, बरबीघा (शेखपुरा) : मौसम के बदले मिजाज से शीत लहर एवं ठंड यहा बढ़ गयी है। ठंडी बर्फीली हवा एवं भीषण कुहासा से यहा का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। दिन के दो बजे तक आकाश में घना कोहरा छाया रहा, जिससे लोग अपने-अपने घरों में ही दुबके रहे। दो बजे के बाद थोड़ी धूप निकलने से लोगों ने कुछ राहत का अनुभव किया। किन्तु शाम 4 बजते ही कोहरे ने लोगों को फिर से अपने आगोश में जकड़ लिया। ठंड से बचाव के लिए क्षेत्र में कहीं भी सरकारी स्तर पर अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी। परिणामस्वरूप लोगों ने लकड़ी, कार्टून एवं रदी टायर-ट्यूब आदि जलाकर जहा-तहा ठंड से बचाव करते हुए देखे गये। तेज हवा के झोकों ने बड़े ही बेरहमी से जिस्म को बेधते हुए हड्डी तक पहुंचा दिया है। इस क्षेत्र में जाड़ा पूरे शबाव पर है। जिससे जवान एवं पट्ठे-पहलवान लोग भी बुढ़ों के समान ठिठुरने लगे हैं। इस बेदर्द मौसम के शिकार घरेलू महिला, कामकाजी पुरूष, विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्रा, पढ़ाने वाले शिक्षक सड़कों के किनारे दुकान लगाकर दुकानदारी करने वाले फुटपाती, मेहनत मजदूरी कर जीवन यापन करने वाले दैनिक मजदूर, रिक्शा, ठेला चालक विशेष से हो रहे हैं। कड़ाके की ठंड की वजह से जल जीवन बुरी तरह से प्रभावित है। लोग सिर्फ जरूरी काम से ही बाहर निकल रहे हैं। सोमवार की अहले सुबह जब लोग घर से बाहर निकले तो शरीर को कंपकपा देने वाली ठंड एवं आकाश में छाये घने कोहरे ने दोबारा लोगों को घरों में दुबक जाने के लिए मजबूर कर दिया। दोपहर 12 बजे तक शहर की आधी दुकानें बंद रही। वहीं फुटपाथी दुकानें ज्यादातर बंद रही। लोग जरूरी काम से ही बाहर निकल पाये, शहर के दुकानदार अपनी-अपनी दुकानों में कूट, रदी, कार्टून आदि जलाकर आग का आनंद लेते दिखे। यहीं हाल विभिन्न चौक-चौराहों पर देखी गयी।