बगैर किताब कैसे मिलेगा ज्ञान
शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों में अनिवार्य शिक्षा का प्रावधान तो है।
शिवहर। शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों में अनिवार्य शिक्षा का प्रावधान तो है। लेकिन, कभी शिक्षकों की कमी का अभाव तो कभी किताब नदारद। ऐसे में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने का निर्णय कैसे सकार हो पाएगा बताने की जरूरत नहीं है। नये सत्र के चार माह बीतने को है। लेकिन, किताब नदारद है। ऐसे में बगैर किताब के किस तरह से ज्ञान प्राप्त होगा ।सहज अनुमान लगाया जा सकता है। बताया जाता है कि सितंबर माह में अर्धवार्षिक परीक्षा भी ली जाती है। बिना किताब देखे किस तरह से बच्चे परीक्षा में शामिल होंगे यह बहुत बडा सवाल है। अभी तक वर्ग दो व आठ कक्षाओं की एक भी किताब उपलब्ध नहीं हो सका है। वहीं अन्य वगरें के किताब उपलब्ध हुई है। लेकिन, संख्या कम होने के कारण बच्चों के बीच वितरण में समस्या उत्पन्न हो जा रही है। बीईओ सुरेंद्र कुमार ने बताया कि अभी तक वर्ग दो व आठ कक्षाओं की किताबें उपलब्ध नहीं हुई है। वहीं अन्य वर्गो की किताबें विद्यालयों में उपलब्ध करा दी गई है। किताब उपलब्ध होते ही वितरण कर दिया जाएगा।