वादा तेरा वादा : कई सवाल लिए खड़े है लोग
पिपराही, संवाद सहयोगी : लोकसभा चुनाव के मौके पर एक बार फिर शिवहर संसदीय क्षेत्र के मतदाता सवालों की झड़ी लिए तैयार है। दूसरी तरफ शह मात के साथ चुनावी रैलियों भी शुरू हो चुकी है। इस बार सभी जाने माने प्रत्याशी है जो क्षेत्र के समस्या से पूरी तरह रूबरू है। एक वादा क्या कई वादे किए गए कार्यकाल गुजर गए पर निदान सिफर रहा है। शिवहर के जिला बने कई साल हो गए लेकिन एक अदद आज तक स्टेडियम का भी निर्माण नही हो सका। जिससे युवा पीढ़ी को खेलों में आगे बढ़ने की टीस हमेशा सताती रहती है। भले ही शिवहर की लड़कियां विभिन्न खेलों में राज्यस्तरीय ट्राफी पर कब्जा जमाया है लेकिन उधार के मैदान में कितने दिन प्रैक्टिस हो। फिलहाल खेल गतिविधियां हाशिये पर है। शिवहर जिला का हृदयस्थली देकुली धाम जहां बाबा भुनेश्वरनाथ महादेव मंदिर स्थापित है। जिसे पर्यटन स्थल का दर्जा कौन कहे एक अदद चापाकल व सार्वजनिक शौचालय के लाले है। शिवहर के साथ-साथ सीतामढ़ी-मोतिहारी सहित नेपाल के भी श्रद्धालु देकुली धाम पहुंच वहां की स्थिति देख चकित रह जाते है। कृषि आधारित इस जिले नलकूप सफेद हाथी बना है। बेलवा बागमती नदी की पुरानी धारा की उड़ाही पिछले कई वषरें से कागजों में सिमट कर रह गयी है। जिससे किसान चिन्तित है। अगर उड़ाही कर दी जाए तो शिवहर से लेकर मुजफ्फरपुर तक के किसान खुशहाल होंगे। स्लुइस गेट बनाने के लिए कई वर्ष पूर्व ही जमीन अधिगृहीत किए गए। जिस पर अब किसी की नजर ही नही। यहां के किसान भगवान भरोसे अपनी खेतीं में लगे हुए है। सड़क के क्षेत्र में तो निर्माण कार्य हुए है, लेकिन मोतिहारी जिला से शिवहर जिला को जोड़ने वाली सड़क बेलवा व जिहुली अम्बा पथ आज भी बदहाल है। शिवहर-सीतामढ़ी पथ भले ही एनएच का दर्जा प्राप्त है, लेकिन स्थिति ग्रामीण सड़कों जैसी है। शिक्षा के क्षेत्र का हाल यह है कि एक अदद डिग्री कॉलेज का निर्माण अब तक नहीं हो सका। ऐसे कई सवाल मतदाताओं के जेहन में है जो समय आने पर देने को तैयार हैं। यहां वाद तो अनेक किए गए लेकिन कई वादे आज भी सपने में ही दिखायी देते है।