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शतचंडी महायज्ञ के समापन के बाद हुई परिचर्चा

सारण। अमनौर में नौ दिवसीय शतचंडी महायज्ञ के समापन के बाद गुरुवार को बुद्धिजीवियों द्वारा यज्ञ की

By Edited By: Published: Fri, 05 Feb 2016 07:53 PM (IST)Updated: Fri, 05 Feb 2016 07:53 PM (IST)
शतचंडी महायज्ञ के समापन के बाद हुई परिचर्चा

सारण। अमनौर में नौ दिवसीय शतचंडी महायज्ञ के समापन के बाद गुरुवार को बुद्धिजीवियों द्वारा यज्ञ की सफलता पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने यज्ञ आयोजन के समिति एवं यज्ञ के संयोजक मेघनाथ प्रसाद की भूरि-भूरि प्रशंसा की। वहीं सांस्कृतिक काय्रक्रम में कवि दूरदर्शी द्वारा प्रस्तुत किए गए कार्यक्रम की भी खूब चर्चा हुई। परिचर्चा को संबोधित करते हुए स्थानीय मुखिया विजय कुमार विद्यार्थी ने कहा कि युवा अवस्था में भक्ति की ऐसी लगन बिरले ही देखने को मिलता है। देवी भक्त युवक मेघनाथ प्रसाद की भक्ति साहस, श्रद्धा एवं ऊर्जा की जितनी प्रशंसा की जाये कम है। परिचर्चा में अवकाश प्राप्त शिक्षक विक्रमादित्य सिंह, ब्रह्मा पाण्डेय सहित कई गणमान्य उपस्थित थे। वहीं गुरुवार की संध्या बाइट पब्लिक स्कूल के तत्वावधान में यज्ञ परिसर में एक कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें स्कूल के प्राचार्य स्व.केदार प्रसाद को श्रद्धांजलि दी गयी। एक शाम केदार के नाम की शुरुआत करते हुए कवि सत्येन्द्र कुमार दूरदर्शी ने उपस्थित जनमानस को भक्ति का एहसास कराते हुए वर्तमान राजनीतिक पर व्यंग्य किया।


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