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धरती के असली भगवान हैं किसान

सारण। फसलें सूख रही है और अब बारिश की संभावना भी नहीं दिख रही है। ऐसी स्थिति में कि

By Edited By: Published: Sat, 03 Oct 2015 02:53 AM (IST)Updated: Sat, 03 Oct 2015 02:53 AM (IST)
धरती के असली भगवान हैं किसान

सारण। फसलें सूख रही है और अब बारिश की संभावना भी नहीं दिख रही है। ऐसी स्थिति में किसानों के बीच हाहाकार मचा हुआ है। सावन में हल्की बारिश तो हुई, लेकिन भादो पूरी तरह से सूखा रहा। ऐसे में किसानों की दयनीय हालत को देखकर महर्षि श्रीधर दास महाराज ने पैदल यात्रा कर शिल्हौरी स्थित भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक किया। जलाभिषेक के बाद महर्षि ने कहा कि धरती के असली भगवान किसान हैं। उन्हीं के श्रम से उपजाए गए अन्न से हम सभी जीवित हैं। अगर इन किसानों को बारिश की बूंदें नहीं मिली तो न सिर्फ फसलें सूख जाएंगी, बल्कि आम जनजीवन पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा। महर्षि ने ऐतिहासिक नगरी चिरांद से गंगा जल भगवान की आराधना करने के लिए शिल्हौरी तक की पैदल यात्रा की। उन्होंने कहा कि भगवान को जलाभिषेक कर उनसे झमाझम बारिश की अर्चना की गई है ताकि किसानों की सूख रही फसल हो नवजीवन मिल सके। अगर भगवान भोले शंकर की कृपा दृष्टि हुई तो यहां बारिश होगी। महर्षि के साथ उनके कई शिष्यों ने भी पैदल यात्रा की।


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