मशरक में ग्रामीणों ने थाने पर बोला धावा
सारण। मुखिया पर चाकू से हमला करने वाले आरोपी को पकड़ थाने की पुलिस के हवाले करने के बाद हालात बिगड़ गए
सारण। मुखिया पर चाकू से हमला करने वाले आरोपी को पकड़ थाने की पुलिस के हवाले करने के बाद हालात बिगड़ गए। आरोपी को छुड़ाने के लिए मशरक प्रखंड के चरिहारा गांव के लोगों ने मंगलवार को मशरक थाने पर धावा बोल दिया और जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों ने थाने पर पथराव किया और कुर्सी- टेबल तोड़ डाला। ग्रामीणों के उग्र रूप को देख सभी पुलिस कर्मी और पदाधिकारी थाना छोड़कर फरार हो गए। ग्रामीणों के इस हमले में एक पुलिसकर्मी भी घायल हो गया। हंगामे की सूचना मिलते ही एसपी के निर्देश पर आसपास के थानों का भारी बल पहुंच गया। ग्रामीणों पर लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया गया। बवाल पर काबू पा लिया गया है, लेकिन हालात तनावपूर्ण है। पुलिस थाने पर हमला करने वालों की तलाश में जुट गई है।
जानकारी के मुताबिक बंगरा पंचायत के मुखिया छोटा संजय के आवास पर सोमवार को चरिहारा गांव के मोतीलाल सहनी पहुंचे थे। उन्होंने मुखिया से कहा कि मेरा नाम बीपीएल सूची से क्यों काट दिया गया है। नाम कटने के कारण कूपन नहीं मिल रहा है। इसी बात पर मुखिया व मोतीलाल सहनी के बीच कुछ कहासुनी हुई। मोतीलाल सहनी ने मुखिया छोटा संजय पर चाकू से हमला बोल दिया। इसी बीच मौके पर मौजूद लोगों ने मोतीलाल को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। इसकी सूचना जब चरिहारा गांव के लोगों को मिली। तब उन लोगों ने मोतीलाल को छुड़ाने के लिए थाना पर हमला बोल दिया। थाने पर जमकर पथराव किया और अंदर घुस फर्नीचर व अन्य सामान को तोड़ डाला। ग्रामीणों के अचानक हुए हमले में मौके पर मौजूद सिपाही रमेश कुमार घायल हो गया, जबकि अन्य पुलिस कर्मी व पदाधिकारी थाना छोड़कर फरार हो गए। इसकी सूचना मिलने पर सारण के पुलिस कप्तान सत्यवीर सिंह ने मढ़ौरा डीएसपी के अलावा मढ़ौरा, तरैया, पानापुर व इसुआपुर से पुलिस बल को मशरक भेज दिया। डीएसपी लालबाबू यादव व एसडीओ संजय कुमार राय मशरक पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने में लगे हुए हैं। भारी बल पहुंचने के बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर ग्रामीणों को खदेड़ दिया। ग्रामीण आरोपी मोतीलाल सहनी को छुड़ाने में असफल रहे। हालात को देखते हुए पुलिस बल कैंप हुए हैं।