जगदम कॉलेज में छात्रों की तालाबंदी, हंगामा
सारण। किसी न किसी मुद्दे पर छात्रों का हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। शिक्षकेत्तर कर्मचारियों
सारण।
किसी न किसी मुद्दे पर छात्रों का हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की कलमबंद हड़ताल के चलते छात्रों को हुई असुविधा से एक बार फिर आक्रोश भड़क गया। जगदम कॉलेज के गेट पर ताला लगा दिया गया। प्रभारी प्राचार्य डॉ. एके झा को बंधक बना लिया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया। इसके बाद छात्र सड़क पर उतर आए, एनएच-19 जाम कर हंगामा किया गया। एनएच पर वाहनों की कतार लग गई। जाम में स्कूली बसें फंस गईं। बच्चे धूप से कराह उठे। एक घंटा तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवागमन ठप रहा। सूचना मिलने पर पहुंचे पुलिस बल ने किसी तरह छात्रों को समझाबुझा कर शांत कराया, उसके बाद आवागमन बहाल हो सका। इधर, प्रभारी प्राचार्य ने विवि प्रशासन के पास अपना इस्तीफा भेज दिया। कहा है कि कर्मचारियों की हड़ताल के कारण कॉलेज में कार्य नहीं हो पा रहा है। जिसके कारण वे पद छोड़ने को विवश हैं।
जगदम कॉलेज के शिक्षकेत्तर कर्मचारी मंगलवार को भी कमलबंद हड़ताल पर रहे। जिससे कॉलेज में आज भी स्नातक तृतीय खंड का परीक्षा फार्म नहीं भरा जा सका और ना ही पार्ट वन में नामांकन ही हो सका। जिससे आक्रोशित छात्रों ने कॉलेज में जमकर हंगामा किया और उसके बाद कॉलेज गेट के पास राष्ट्रीय राज्य मार्ग -19 को जाम कर दिया।
जगदम कॉलेज के शिक्षकेत्तर कर्मचारीे 27 जुलाई से प्राचार्य केके बैठा पर दुर्व्यवहार का आरोप लगा कर कलमबंद हड़ताल पर चले गये हैं। जिससे कालेज में सभी कार्य ठप है। प्राचार्य भी छुट्टी पर हैं। आज विद्यार्थी पार्ट वन में नामांकन नहीं होने एवं पार्ट थ्री के परीक्षा फार्म नहीं भरे जाने से आक्रोशित हो गए। जिससे वहां अफरा-तफरी की स्थिति हो गयी। वहीं जगदम कॉलेज के शिक्षकेत्तर कर्मचारी का कहना है कि प्राचार्य कर्मचारियों को प्रताड़ित कर रहे हैं। बात-बात पर अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत केस करने की धमकी देते हैं। कर्मचारी प्राचार्य पर कार्रवाई की मांग भी रहे हैं। कर्मचारियों की कलमबंद हड़ताल से पार्ट थ्री के परीक्षार्थियों को काफी परेशानी हो रही है। एनएच जाम की सूचना पर मुफस्सिल थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और छात्रों को समझा-बुझाकर जाम को हटवाया जा कर वहां यातायात सामान्य हो सका। सड़क जाम करने वालों में छात्र नेता प्रिंस कुमार सिंह, अविनाश सिंह, धीरज कुमार सिंह, विकास कुमार, रविप्रकाश, आमोद शर्मा, रवि प्रताप, राकेश कुमार, मनीष यादव, राजेश सिंह आदि प्रमुख थे।