जीएम के आदेश की भी नहीं परवाह
छपरा। जीएम के आदेश की भी परवाह रेलवे कर्मचारी नहीं कर रहे। रोजाना उनके आदेश की धज्जियां उड़ती हैं।
छपरा। जीएम के आदेश की भी परवाह रेलवे कर्मचारी नहीं कर रहे। रोजाना उनके आदेश की धज्जियां उड़ती हैं। शुक्रवार से जागरण टीम ने जब इसकी पड़ताल की तो सच्चाई भी सामने आ गयी। शुक्रवार की सुबह पौने दस बजे से दस बजकर पांच मिनट तक पैसेंजर ट्रेन सारण एकेडमी रेलवे ढाला पर खड़ी रही। वहीं, शनिवार को छपरा कचहरी स्टेशन पर मौर्य एक्सप्रेस का ठहराव होने के बावजूद उसे वहां से लाकर आउटर पर खड़ा कर दिया गया। जिससे ढाला पार करने वाले राहगीरो को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। यह कोई एक दिन की बात नहीं है। अक्सर सुबह में यह समस्या झेलनी पड़ती है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक गोरखपुर जोन के महाप्रबंधक राजीव मिश्रा जब कुछ दिन पूर्व छपरा जंक्शन का निरीक्षण करने छपरा पहुंचे थे तो लोगों ने उनसे शिकायत की थी कि अनावश्यक रूप से रेलवे ढाला पर ट्रेन को खड़ी कर राहगीरों को परेशान किया जाता है। रेलवे कर्मचारी आये दिन इस तरह की मुसीबतें खड़ी करते हैं जिससे रेलवे ढाला पर घंटों जाम से जूझना पड़ता है। लोगों की बातों को सुनने के बाद महाप्रबंधक ने स्पष्ट निर्देश दिया था कि किसी भी सूरत में रेलवे ढाला पर ट्रेन खड़ी नहीं होगी। अगर छपरा जंक्शन पर लाइन क्लियर नहीं मिलता है तो ट्रेन को छपरा कचहरी स्टेशन पर ही रोका जाये। जंक्शन से लाइन लाइन क्लियर मिलने के बाद ही उसे कचहरी स्टेशन से रवाना किया जाये। जीएम साहब तो आदेश देकर चले गये। इस आदेश का कुछ दिनो तक रेलवे के अधिकारियों व कर्मचारियों ने अनुपालन भी किया, लेकिन पिछले चार-पांच दिनों से फिर वही समस्या उत्पन्न हो गयी है।