वजन में प्रति क्विंटल दस किलो की हो रही कटौती
संसू, बड़हरिया (सिवान) : प्रखंड मुख्यालय स्थित एसएफसी गोदाम पर धान लेकर आए किसानों की पीड़ा दिन
संसू, बड़हरिया (सिवान) :
प्रखंड मुख्यालय स्थित एसएफसी गोदाम पर धान लेकर आए किसानों की पीड़ा दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। न केवल किसानों बल्कि पैक्स अध्यक्षों का भी कहना है कि गोदाम में धान फुल होने के कारण कई रोज तक धान से लदा वाहन बाहर ही खड़ा करना मजबूरी हो गई है। कोई देखने वाला नहीं है। औसतन दो दिन रतजगा के बाद धान खरीदा जाता है। किसानों एवं पैक्स अध्यक्षों ने कृषि पदाधिकारी रवि शुक्ला सहित धान खरीदारी में जुटे सरकारी पदाधिकारी एवं कर्मचारियों पर मनमानी एवं धान खरीदने में रिश्वतखोरी का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से जांच की मांग की है। इनका कहना है कि एक तो समय पर धान की खरीदारी नहीं की जा रही, दूसरे प्रति क्विंटल दस किलो वजन काटकर धान खरीदा जा रहा है। इस तरह किसानों का आर्थिक एवं मानसिक दोहन हो रहा है। पड़रौना पैक्स अध्यक्ष ललन चौधरी, धनाव निवासी किसान रामेश्वर मिश्र सहित दर्जनों किसानों ने बताया कि अनपढ़ किसानों से दलाल एवं बिचौलिए बीएओ के सहयोग से कम कीमत पर धान खरीदते हैं। इसलिए शिक्षित व जागरूक किसानों को परेशान किया जाता है। किसानों का कहना है कि पैक्स में धान बेचने पर पैक्स अध्यक्ष सीधी रकम नहीं देते हैं जबकि किसान अपना धान बेचते ही रुपये की मांग करने लगते हैं। इसी का नाजायज फायदा स्टेट फूड कारपोरेशन के पदाधिकारी उठा रहे हैं। पैक्स अध्यक्ष ललन चौधरी ने बताया कि पदाधिकारी धान की नमी एवं पइया अधिक बताकर धान खरीदने में नाटक कर रहे हैं जबकि ऐसा कुछ नहीं है। वहीं बिचौलियों के हाथों छोटे-मझोले किसान एसएफसी एवं सहकारिता का इंतजार करते-करते अपना धान 800-900 रुपया प्रति क्विंटल बेंच दे रहे हैं जो बाद गोदाम तक पहुंच रहा है। किसानों ने धान माप तौल में भी हेराफेरी का आरोप लगाया है। इस आरोप को बीएओ ने खारिज करते हुए बताया कि ऊपर से ही आदेश है कि प्रति क्विंटल दस किलो धान काट कर ही धान लिया जाए। रही बात माप तौल में देरी की तो किसानों की ओर से एवं पैक्स के आए धान को बारी-बारी से खरीदना पड़ता है। बिचौलियों की भूमिका से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि दलालों की दिन लद चुके हैं।