जो क्रूस पे कुरबां हैं, वो मेरे मसीहा हैं ..
जागरण संवाददाता, छपरा : गुडफ्राइडे के मौके पर शहर के चर्च में शुक्रवार को विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। जिसमें ईसाई धर्म के लोगों ने आराधना गीत- जो क्रूस पे कुरबां हैं, वो मेरे मसीहा हैं, हर जख्म जो उनका है, वो मेरे गुनाह का है .. गाया। प्रभु यीशु को मानने वालों के बीच ऐसी मान्यता है कि प्रभु यीशु को दोपहर 12 बजे के बाद क्रूस पर चढ़ाया गया था। यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के बाद 12.30 के आसपास पूरी दुनिया में करीब 15 मिनट तक काला धुआं छा गया। उसी की याद में गुडफ्राइडे को दोपहर 12 बजे से अपराह्न तीन बजे तक विशेष प्रार्थना की जाती है। शहर के दहियावां मिशन कैंपस स्थित चंद्रा मेमोरियल चर्च के पास्टर नीलमणी ने लोगों को विशेष प्रार्थना करा कर के क्रूस के सात वचन- हे पिता उन्हें क्षमा कर क्योंकि ये नही जानते कि क्या कर रहे हैं सहित सातों वचनों की व्याख्या करके प्रभु यीशु के बताये मार्ग के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि गुड फ्राइडे के तीन दिन बाद प्रभु यीशु पुन: जीवित हो गये थे। इस कारण इस्टर का त्योहार मनाया जाता है। 20 अप्रैल को इस्टर पर भी विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया जायेगा। विशेष प्रार्थना सभा में डानियल प्रकाश गुप्ता, जौन प्रकाश गुप्ता, सिलू मैथ्यू, सपना मैथ्यू, संतोष कुमार, सारोन जोसफ, सिरिन, बेला सिंह, नीतीश कुमार, उमा रानी सिंह, गुड़िया, रिंकी, मनीष कुमार, लक्ष्मण शर्मा, अल्पना सिरिन, आशु सहित कई लोग शामिल हुए।