बिजली का तार बदलने की गति बढ़ाने की दरकार
जासं भभुआ (कैमूर) : जिले में गर्मी का मौसम शुरू होते ही जर्जर तारों के टूट कर गिरने व ढीले होने से तारों की रगड़ से निकलने वाली चिंगारी से फसलों के जलने का सिलसिला शुरू हो गया। ऐसे में जिले के जर्जर तारों को बदलने की रफ्तार बढ़ाने की दरकार है। विभागीय दावे के अनुसार औसतन प्रतिमा 30 किलोमीटर तार बदले जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता नागेश्वर प्रसाद ने बताया कि अब तक जिले में 1153 किलोमीटर तार बदले जा चुके है। लेकिन अभी भी लगभग 1200 किलोमीटर तार बदले जाने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि ढीले तार के होने से तारों की रगड़ से निकलने वाली चिंगारी से होने वाली क्षति को ध्यान में रखकर ढीले तारों को कसने का कार्यक्रम शुरू कर दिया गया है। हार्वेस्टर से फसल की कटाई के दौरान ग्रामीणों की सूचना पर उस क्षेत्र की बिजली आपूर्ति बंद कर दी जा रही है जिससे किसी प्रकार की घटना न घट सके। कार्यपालक अभियंता ने बताया कि विभाग द्वारा मिले निर्देश व दिये गये लक्ष्य के अनुरूप तार बदलने का क्रम जारी है। यथाशीघ्र जिले के संपूर्ण जर्जर तारों को बदलने का कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा।