पिता ने अपने चौथे बच्चे को सेठ के हाथों सौंपा
समस्तीपुर। कई ब'चों को पालने के बोझ से बचने के लिए मंजन बेचने वाले रमेश कुमार ने अपने नवजात को एक सेठ के हाथों सौंप दिया।
समस्तीपुर। कई बच्चों को पालने के बोझ से बचने के लिए मंजन बेचने वाले रमेश कुमार ने अपने नवजात को एक सेठ के हाथों सौंप दिया। चाइल्ड लाइन विभूतिपुर के दबाव के कारण बुधवार को पिता बच्चे को वापस अपने घर ले आया है। विभूतिपुर उत्तर पंचायत के कापन गांव के पहाड़पुर टोले में इस बच्चे को देखने के लिए सैकड़ों महिलाओं की भीड़ जुट गई। पिता ने बताया कि 4 दिसम्बर को उसकी पत्नी सरिता देवी ने सुबह आठ बजे एक बच्चे को जन्म दिया। इस पत्नी से यह इसका दूसरा बच्चा है। इससे पूर्व उसकी पहली पत्नी से भी दो बच्चे हैं। पहली पत्नी मर चुकी है। रमेश ने बताया कि इन सभी चार बच्चों का पालन-पोषण, पढ़ाने-लिखाने में वह आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है। उसने कहा कि इस नवजात बच्चे को एक संपन्न आदमी को गोद दिया है बेचा नहीं है। उसकी मित्रता रोसड़ा के संतोष गुप्ता से है। संतोष गुप्ता ने बताया था कि उनके एक रिश्तेदार राम कुमार साह को तीन बेटियां ही है जो बेटे को गोद लेना चाहता है। संतोष की मदद से बच्चे को लहेरियासराय के चट्टी चौक स्थित रामकुमार साह को गोद दे दिया गया। इधर बच्चे को बेच लेने की चर्चा फैली तो चाइल्ड लाइन के मुकेश कुमार के नेतृत्व में पूरी टीम उसके घर पर पहुंची हुई थी। चाइल्ड लाइन के निदेशक अर्जुन कुमार ने बताया कि इसके थानाध्यक्ष विभूतिपुर को आवेदन देकर यह कहा था कि एक नवजात बच्चे को बेचने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस से बच्चे की वापसी के लिए सहयोग मांगा गया था।