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दो साल बाद गिरफ्त में आया सुधाकर

मोबाइल ट्रे¨सग के आधार पर पटना एसटीएफ की टीम ने सोमवार की सुबह उत्तर प्रदेश के बनारस स्थित एक गैस एजेंसी से गिरफ्तार कर लिया है।

By Edited By: Published: Tue, 17 Jan 2017 11:38 PM (IST)Updated: Tue, 17 Jan 2017 11:38 PM (IST)
दो साल बाद गिरफ्त में आया सुधाकर
दो साल बाद गिरफ्त में आया सुधाकर

समस्तीपुर। मोबाइल ट्रे¨सग के आधार पर पटना एसटीएफ की टीम ने सोमवार की सुबह उत्तर प्रदेश के बनारस स्थित एक गैस एजेंसी से गिरफ्तार कर लिया है। इनामी अपराधी पर जिले के आठ थानों में लूट, डकैती, आ‌र्म्स एक्ट तथा एनडीपीएस एक्ट के तहत 17 मामले दर्ज हैं। इसमें से कुछ मामलों में वह जमानत पर भी है। कुछ मामलों में फरार है। पुलिस को करीब दो साल से इसकी तलाश थी। वर्ष 2016 में उजियारपुर थाना के बेलारी गांव के पास से पुलिस की पकड़ में आते-आते भाग निकला था। जिला पुलिस ने इसकी गिरफ्तारी के लिए कई बार जाल भी बिछाई थी। लेकिन हर बार यह पुलिस को चकमा देकर निकल गया था। पुलिस ने मुफस्सिल थाने के बाजितपुर स्थित इसके घर की कुर्की भी की। सोमवार को मोबाइल ट्रे¨सग के आधार पर उसे बनारस से गिरफ्तार कर लिया और समस्तीपुर पुलिस के हवाले कर दिया। प्रेस वार्ता में एसपी नवल किशोर ¨सह ने बताया कि पुलिस को लंबे अर्से से इसकी तलाश थी। सोमवार को एसटीएफ द्वारा इसे गिरफ्तार कर लिया गया है। जिले के आठ थानों में इसपर 17 मामले दर्ज हैं। सभी को खंगाला जा रहा है कि किसमें जमानत मिली है तथा किस-किस मामले में फरारी है।

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किन- किन थानों दर्ज हैं मामले

कल्याणपुर थाने में इसके खिलाफ थाना में डकैती, लूट व आ‌र्म्स एक्ट से संबंधित कांड संख्या 22/2003, 137/2004, 138/2004, 11/2011 दर्ज है। नगर थाना में डकैती से संबंधित थाना कांड संख्या 436/2003, 496/2010, 577/2011, 510/2011 दर्ज है। हत्या के प्रयास से संबंधित 586/2011, एनडीपीएस एक्ट के तहत 587/2011 दर्ज है। वारिसनगर थाने में लूट से संबंधित कांड संख्या 37/2008 दर्ज है। मुफस्सिल थाना में डकैती से संबंधित कांड संख्या 580/2011 दर्ज है। दल¨सहसराय थाने में कांड संख्या 106/2011, 107/2011 दर्ज है। विभूतिपुर थाने में लूट से संबंधित कांड संख्या 103/2011 दर्ज है। खानपुर थाने में 62/2015, 63/2015 दर्ज है।

एसपी ने इनाम के लिए भेजा था प्रस्ताव

तत्कालीन एसपी सुरेश प्रसाद चौधरी के द्वारा इसे 50 हजार का इनामी अपराधी घोषित करने का प्रस्ताव भेजा गया था। जिले में इस अपराधी ने आतंक मचा रखा था। तमाम कोशिश के बाद भी जिला पुलिस इसे गिरफ्तार नहीं कर पा रही थी। पुलिस को चुनौती देते हुए एक के बाद एक घटना को अंजाम दे रहा था। इसके अपराध का क्षेत्र कल्याणपुर से लेकर दल¨सहसराय तक था। आजिज आकर पुलिस कप्तान ने इसे 50 हजार का इनामी अपराधी घोषित करने के लिए प्रस्ताव भेजा था। सरकार ने इस प्रस्ताव पर विचार करते हुए 25 हजार का इनामी अपराधी घोषित कर दिया था। उसके बाद से एसटीएफ की टीम इसकी गिरफ्तारी में जुटी थी।

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जिले का कुख्यात अपराधी चलाता था ठेला

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कुख्यात अपराधी बनारस की एक गैस एजेंसी में ठेला के जरिए गैस वेंड¨रग का काम करता था। उसके हाथ में ठेला चलाने का ठेला पड़ा हुआ है। उसका ससुर भी वहीं पर गैस वेंड¨रग का काम करता था।


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