यहां तो सड़क पर ही सजती हैं दुकानें
समस्तीपुर। अनुमंडल मुख्यालय से गुजरने वाली एसएच 55 हो या एनएच 88 सभी सड़कों पर दुकानों का सजना आम है।
समस्तीपुर। अनुमंडल मुख्यालय से गुजरने वाली एसएच 55 हो या एनएच 88 सभी सड़कों पर दुकानों का सजना आम है। फुटपाथ दुकानदार सड़क पर दुकान लगाना अपना अधिकार समझते हैं। कहीं मछली मंडी तो कहीं फल की दुकान और कहीं-कहीं तो चाय-नाश्ते तक की दुकान भी निर्बाध रूप से सड़कों पर चल रही है। इन दुकानों के कारण सड़कों की चौड़ाई लगातार सिकुड़ती जा रही है। आये दिन शहर में जाम की समस्या लगातार बनी रहती है। वैसे तो शहर की सभी मुख्य सड़कों के अलावा गुदरी बाजार, ब्लॉक रोड एवं गलियों तक में यह स्थिति कायम है। लेकिन सबसे बुरा हाल अतिव्यस्त सिनेमा चौक एवं महावीर चौक का है। सिनेमा चौक पर आधा दर्जन से अधिक बैंकों की शाखा अवस्थित रहने के कारण ग्राहकों की भीड़ लगी रहती है। पड़ाव की सही व्यवस्था नहीं होने के कारण लोग सड़क पर ही वाहन खड़ी कर बैंक का काम निपटाते हैं। वहीं दूसरी ओर इन सड़कों पर दुकान लगने के कारण एसएच और एन दर्जा प्राप्त सड़क की चौड़ाई ग्रामीण सड़कों से भी कम बच पाती है। इस परिस्थिति में जब दोनों ओर से बड़े वाहनों की क्रॉ¨सग होती है तो जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। जिससें लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं महावीर चौक पर भी एक ओर ब्लॉक तो दूसरी ओर गुदरी बाजार जाने वाले रास्ते पर दुकान लगने के कारण चार चक्का वाहन को निकलने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। और कही दोनों ओर से वाहन फंस गई तो घंटों मशक्कत के बाद ही जाम समाप्त हो पाता है। इसी प्रकार अन्य सड़कों पर भी अतिक्रमण का सिलसिला जारी है।
प्रशासनिक उदासीनता का आरोप
लगातार जाम की समस्या को झेल रहे रोसड़ावासी सीधे तौर पर इसके लिए प्रशासनिक उदासीनता को जिम्मेवार ठहरा रहे है। लोगों का मानना है कि मुख्य सड़क पर अतिक्रमण के बाबजूद किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं करने के कारण यह स्थिति बरकरार है। वरिष्ट लोकमंच के सचिव रामेश्वर पूर्वे ने जाम से उत्पन्न समस्या का जिक्र करते हुए कहा कि यदि सड़कों पर दुकान लगाना बंद हो जाए तो निश्चित रूप से इसमें कमी आएगी। वहीं होमियोपैथ चिकिसक डॉ. नवीन कुमार ने सड़क पर अतिक्रमण से यातायात की हो रही परेशानी का जिक्र करते हुए कहा कि प्रशासनिक पदाधिकारियों द्वारा भी जाम से रू-ब-रू होने के बाबजूद किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जाती है जो उनके उदासीनता को दर्शाता है। इसके अलावा सिनेमा चौक के विजय दास, ब्लॉक रोड के संजीत कुमार तथा गुदर बाजार के नरेश साह आदि ने भी एक स्वर से सड़क पर दुकान लगाना को जाम का मुख्य कारण बताते हुए प्रशासन से सड़क को अतिक्रमण मुक्त कराने की अपील की है। जबकि अधिवक्ता अमित कुमार एवं मनोज कुमार ने उच्च न्यायालय के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि सरकार की जमीन एवं सड़क पर किसी प्रकार का अतिक्रमण अवैध माना गया है। इसके विरूद्ध कारवाई करना प्रशासनिक दायित्व है।
वर्जन
''सभी सड़कों एवं सरकारी भूमि को मुक्त कराने का आदेश संबंधित सीओ तथा नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को दिया जा चुका है। पुन: पदाधिकारियों को अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई का आदेश निर्गत किया जा रहा है। जल्द ही शहर की मुख्य सड़कों को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा।''
कुंदन कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, रोसड़ा।