आंधी-तूफान से सैकड़ों एकड़ में लगी फसल बर्बाद
शुक्रवार की देर रात में आई आंधी के साथ ओलावृष्टि ने प्रखंड क्षेत्र के हजारों एकड़ भूमि में लगी गेहूं, मक्का, मसूर, गन्ने आदि की फसल को बर्बाद कर किसानों को कंगाल बना दिया है।
समस्तीपुर। शुक्रवार की देर रात में आई आंधी के साथ ओलावृष्टि ने प्रखंड क्षेत्र के हजारों एकड़ भूमि में लगी गेहूं, मक्का, मसूर, गन्ने आदि की फसल को बर्बाद कर किसानों को कंगाल बना दिया है। इस संबंध में किसानों का कहना है कि 15 दिन पूर्व आई आंधी तूफान से किसानों के खेतों में लगी आधी फसल तो पहले ही बर्बाद हो चुकी थी। लेकिन शुक्रवार की रात भीषण आंधी के साथ हुई ओला वृष्टि ने तो सभी फसल को पूर्णत: नष्ट कर किसानों को और बर्बादी के कगार पर पहुंचा दिया है। किसान महाजनों से कर्ज लेकर किसी तरह अपने-अपने खेतों की बुआई की थी। लेकिन अब कर्ज चुकाने की बात तो दूर खाने को लाले पड़ने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। पूछे जाने पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी विनय कुमार सरस एवं किसान सलाहकार सुभाषचंद्र झा उ़र्फ विदूर झा ने बताया कि शुक्रवार की रात हुई ओला वृष्टि के बाद किसान सलाहकारों की टीम को सर्वेक्षण के लिए क्षेत्र का दौरा कराया गया। जिसमें शत-प्रतिशत फसल क्षति हो जाने का आंकड़ा प्राप्त हुआ है। फसल क्षति की रिपोर्ट जल्द जिलाधिकारी के माध्यम से राज्य सरकार को भेज दिया जाएगा।
बिथान, संस : प्रखंड क्षेत्र में शुक्रवार की रात्रि आंधी-तूफान एवं ओलावृष्टि से सैकड़ों एकड़ में फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई। इस प्राकृतिक आपदा से गेहूं, मक्का, मसूर आदि फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। जिससे किसानों में मायूसी छा गई। बता दें कि प्रखंड क्षेत्र के किसानों को कभी बाढ़ से तो कभी सुखाड़ एवं प्राकृतिक आपदा के कारण आर्थिक स्थिति बद से बदतर होती चली जा रही है। लोगों को रोजी-रोटी के जुगाड़ में राज्य से बाहर पलायन करने को मजबूर होना पड़ रहा है।