विश्वविद्यालय में अब डिजिटल कक्षाएं
समस्तीपुर। राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय विश्वविद्यालय बनने के बाद से हर क्षेत्र में परिवर्तन हो रहा है।
समस्तीपुर। राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय विश्वविद्यालय बनने के बाद से हर क्षेत्र में परिवर्तन हो रहा है। एक ओर जहां विश्वविद्यालय परिसर को स्पेशल लूक दिया जा रहा है वहीं कक्षाओं को भी स्मार्ट बनाने की कवायद की जा रही है। शैक्षणिक व्यवस्था को हाइटेक बनाने के लिए कक्षाओं के सौंदर्यीकरण के साथ-साथ नवीनतम तकनीक डिजिटल स्मार्ट पोडियम भी लगाने का कार्य प्रारंभ हो चुका है। अब विश्वविद्यालय के छात्र इसी पोडियम के माध्यम से शिक्षा ग्रहण करेंगे और शिक्षक भी पोडियम के माध्यम से ही छात्रों को शिक्षा देंगे। वर्तमान में विश्वविद्यालय की 25 कक्षाओं में पोडियम लगाया जा रहा है।
इसके लगने की सूचना से छात्रों में भी काफी उत्सुकता बनी है। शिक्षकों में भी यह कौतूहल है कि पोडियम के माध्यम से कैसे पढ़ाया जाएगा। वैसे विशेषज्ञ बताते हैं कि छात्र भी अस्पष्ट रुप से शिक्षकों द्वारा कराए गए विषयों को सरलता से समझ पाएंगे। विश्वविद्यालय में इसके पूर्व परीक्षण के लिए एक क्लास रूम में पोडियम लगाया गया है। जिसमें शिक्षकों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके बाद विश्वविद्यालय की सभी कक्षाएं डिजिटल स्मार्ट पोडियम से जुड़ जाएगी। शिक्षकों का बताना है कि इससे पूर्व बोर्ड पर खल्ली के माध्यम से पढ़ाया जाता था उसके बाद प्रोजेक्टर के माध्यम से भी पढ़ाई जाती थी। लेकिन, अब यह नवीनतम तकनीक काफी सरल है जिसे आसानी से छात्र समझ सकते हैं।
सारी सुविधाओं से लैस होगा पोडियम
प्रोजेक्टर से पढ़ाई के लिए पहले शिक्षकों को अपने घर से लैपटॉप व पेन ड्राइव लाने होते थे। लेकिन अब पोडियम में ही सारी सुविधाएं उपलब्ध है। इसमें कॉर्डलेस माइक, की-बोर्ड, स्पीकर सहित कई उपकरण लगे हुए हैं जो कि इस आधुनिक युग की नवीनतम तकनीक है। शायद देश का यह पहला केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय होगा जहां यह सुविधा कक्षाओं में उपलब्ध कराई जा रही है।
ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लहरा सकें परचम
कुलपति डॉ. आरसी श्रीवास्तव की सोच है कि विश्वविद्यालय में गुणवत्तायुक्त शिक्षा छात्रों को देने के लिए प्रशासन तैयार है। ताकि आने वाले समय में अपनी शिक्षा से राष्ट्रीय एवं अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर यहां के छात्र अपना परचम लहरा सके। विश्वविद्यालय में बेसिक साइंस, गृह विज्ञान महाविद्यालय , अभियंत्रण महाविद्यालय सहित कई संस्थानों में पोडियम लगाया जा रहा है। विश्वविद्यालय के संबंधित प्राधिकारी डॉ.एसके जैन का बताना है कि इस पोडियम के माध्यम से छात्रों को विषय समझने में आसानी होगी। साथ-साथ कक्षा में पढ़ाई के दौरान अगर कोई चैप्टर छात्र नहीं समझ पाए तो उसे पुन: रिपीट कर छात्रों को समझाया जा सकता है।