उत्तर बिहार में बढ़ सकती है ठंड
पूसा, संस : राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय मौसम ने 7 से 11 जनवरी तक के पूर्वानुमान में कहा गया है कि उत
पूसा, संस : राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय मौसम ने 7 से 11 जनवरी तक के पूर्वानुमान में कहा गया है कि उत्तर बिहार के जिलों में आसमान में कभी-कभी हल्के बादल देखे जा सकते है। हालांकि आमतौर पर मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है। रात एवं सुबह में कोहरा लग सकता है। इस दौरान औसतन 04 से 08 किमी प्रति घंटा की गति से 08 को पुरवा हवा तथा उसके बाद पछिया हवा चलने की संभावना है। इस बीच सापेक्ष आर्द्रता सुबह में करीब 65 से 85 प्रतिशत तथा दोपहर में 35 से 45 प्रतिशत रहने का अनुमान है। न्यूनतम तापमान के 8 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। अधिकतम तापमान के 18 से 22 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। पछिया हवा चलने से ठंड बढ़ सकती है।
वैज्ञानिक का सुझाव
- सामान्यत: समय पर बोयी गई गेहूं की फसल जो 40 से 45 दिनों की हो गई है तो उसमें दूसरी ¨सचाई कर 30 किलो ग्राम नेत्रजन का प्रति हेक्टेयर की दर से उपरिवेशन करें। बिलम्ब से बोई गई गेहूं की फसल जो 21 से 25 दिनों की हो गई हो उसमें ¨सचाई कर 40 किलो नेत्रजन प्रति हेक्टेयर की दर से उपरिवेशन करें।
- मक्का की फसल जो 50 से 55 दिनों की हो गई हो, उसमें सिचाई कर 40 किलो नेत्रजन प्रति हेक्टेयर की दर से उपरिवेशन कर मिट्टी चढ़ा दें।
- प्याज का पौध जो कि 50-55 दिनों का हो गया हो की तैयार क्यारी में पंक्ति से पंक्ति की दूरी 15 सेमी, पौध से पौध की दूरी 10 सेमी पर रोपाई करें। पौध की रोपाई अधिक गहराई में नहीं करें। रोपाई के 10-15 दिनों पूर्व 15-20 टन गोबर की खाद डाले। खेत की अन्तिम जुताई में 60 किलो ग्राम नेत्रजन, 80 किलो ग्राम फॉंसफोरस, 80 किलो ग्राम पोटास तथा 40 किलो ग्राम सल्फर प्रति हेक्टेयर का व्यवहार करें।
- सरसों में सफेद रतुआ (व्हाईट रस्ट) रोग की निगरानी करें, प्रकोप दिखाई दे तो क्लोरथालोंनील दबा 1 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर मौसम साफ रहने पर छिड़काव करें।
- झुलसा रोग से आलू की फसल के संक्रमित होने के लिए आगे का मौसम अनुकूल रहने का अनुमान है। बचाव के लिए इण्डोफिल एम 45 दवा का 2 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर मौसम साफ रहने पर छिड़काव करें।
- फुल गोभी व पत्ता गोभी वाली फसल में पत्ती खाने वाली कीट (डायमंड बैक मॉंथ) की रोकथाम हेतु स्पेनोसेड दवा एक मीली प्रति 3 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।
- इस समय अगात मटर की फसल में चूर्णिल फफूॅदी (पाउडरी मिल्डयु) रोग के आक्रमण होने की संभावना रहती है, जिसमें पत्ती, फलों एवं तनों पर सफेद चूर्ण दिखाई पड़ती है। इस रोग से वचाव के लिए फसल में कैराथेन दवा का एक मिली लीटर प्रति लीटर पानी अथवा सल्फेक्स दवा का 3 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर छिड़काव करें। मंगलवार का अधिकतम तापमान 18.3 डिग्री सेल्सियस सामान्य 2.7 डिग्री सेल्सियस कम न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री सेल्सियस सामान्य 2.0 डिग्री सेल्सियस अधिक। यह जानकारी नोडल पदाधिकारी डा. आइबी पांडेय ने दी है।