धार्मिक कट्टरता से उपजती है सांप्रदायिकता
जासं, समस्तीपुर : धार्मिक कट्टरता से सांप्रदायिकता उपजती है। सांप्रदायिकता समाज के लिए ही नहीं अपितु
जासं, समस्तीपुर : धार्मिक कट्टरता से सांप्रदायिकता उपजती है। सांप्रदायिकता समाज के लिए ही नहीं अपितु पूरे देश के लिए घातक है। इससे राष्ट्रीय एकता खंडित होती है। लोग मुख्य धारा अलग हटकर इसमें उलझ जाते हैं। विकास अवरूद्ध होता है। ये बातें मंगलवार को बलिराम भगत कॉलेज में आयोजित सांप्रदायिकता सद़भाव अभियान सप्ताह के समापन समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य डा. शंभू प्रसाद यादव ने की। वक्ताओं ने कहा कि 1857 से पूर्व जो सांमप्रदायिक सद्भाव भारत में था जरूरत इसके पुनर्जागरण की है। इसके लिए सबों को कमर कसना होगा। संचालन डा. नरेश कुमार विकल ने किया। विश्वविद्यालय युवा महोत्सव में सम्मानित छात्रा आभा अनुपम को सम्मानित किया गया। समारोह को डा. रमेश झा, प्रो. सैफुल्लाह सैफ, डा. देवेन्द्र चौधरी, प्रो. राजेश रंजन, डा. देवेन्द्र राय, प्रो. दीपक मेहता, राम प्रकाश प्रसाद, गौतम कुमार, विश्वनाथ राय, सत्य नारायण ठाकुर, दंगल सिंह, प्रो . देवव्रत महतो, प्रो.शिवनाथ मंडार, डा. देव नारायण यादव आदि ने संबोधित किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. केके सिंह ने किया।