राजधानी को सहरसा होकर चलाने की मांग
सहरसा। भले ही बाढ़ के कारण रविवार की रात डिब्रुगढ-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस सहरसा स्टेशन
सहरसा। भले ही बाढ़ के कारण रविवार की रात डिब्रुगढ-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस सहरसा स्टेशन पहुंची। लेकिन ट्रेन के पहुंचने पर लोगों को खुशी का ठिकाना नहीं था। लोगों में इस बात की उम्मीद थी कि आज न कल राजधानी सहरसा से गुजरेगी और इसी कारण लोगों ने राजधानी के चालक बच्चू राय को पाग व माला पहनाकर स्वागत किया।
नवगछिया के पास रेल पटरी पर पानी के बढते दबाब के कारण दिन के 1.45 बजे से ही रेल परिचालन बंद हो या था। इसलिए कई महत्वपूर्ण ट्रेनों को पूर्णिया होते हुए सहरसा होकर रूट बदला गया। जिसमें राजधानी एक्सप्रेस सहरसा में 37 मिनट रूकी रही। राजधानी रात के 9.58 बजे पहुंची और इंजन बदला गया। ठीक 10.35 मिनट में वह मानसी होते हुए बरौनी के लिए रवाना हो गयी। इसी बीच ट्रेन को देखने कई लोग पहुंचे। राजधानी के आने की खबर सुन एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष सुदीप कुमार सुमन एवं कांग्रेस नेता दुर्गाकांत झा ¨पटु, जाप के प्रवक्ता शैलेन्द शेखर, गणेश यादव, भाजपा के कुश कुमार मोदी सहित अन्य शहरवासियों ने चालक का स्वागत किया। नेताओं ने कहा कि डिब्रुगढ-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस को भाया पूर्णिया- सहरसा होकर चलाने से इस इलाके के लोगों को भी लाभ होगा। रेल सूत्रों ने बताया कि रूट डायवर्ट करने के बाद भौगोलिक स्थिति की जानकारी नहीं होने के कारण राजधानी के चालक की जगह पूर्णिया-सहरसा रेलखंड के बीच चलनेवाली ट्रेनों के चालक बच्चू राय एवं सहायक चालक एके गौरव को राजधानी ट्रेन चलाने की सहमति दी गयी। वैसे इस रेलखंड में ट्रेन की स्पीड 50-60 किमी थी। दूसरी ट्रेन 15484 महानंदा एक्सप्रेस सहरसा स्टेशन रात 8.18 बजे पहुंची।
--------------------------------
राजधानी के यात्री रहे परेशान
एक तरफ सहरसा राजधानी आने की खबर मात्र से ही स्थानीय लोग खुश थे। वहीं राजधानी एक्सप्रेस में यात्रा कर हे यात्री परेशान रहे। पूछने पर कूच बिहार के तेजेन्द्र ¨सह एवं विक्रम ने बताया कि ट्रेन के विलंब से काफी परेशानी हो गयी है। रात के 9.35 बजे पाटलिपुत्रा पहुंचने का समय है और रात के दस बजे सहरसा पहुंचा हूं। वहीं विप्लव पाल व सुखवीर ¨सह ने रोषपूर्ण स्वर में कहा कि हमें अमृतसर जाना है और राजधानी के विलंब के कारण अब हमारी ट्रेन मिस हो जाएगी। यह नुकसान कौन भरेगा?