चिकित्सकों पर हमले की आइएमए ने की ¨नदा
सहरसा। आइएमए की बैठक में महाराष्ट्र में सरकारी अस्पताल मे कार्यरत चिकित्सक डॉ. रोहन पर किए गए ¨हसक ह
सहरसा। आइएमए की बैठक में महाराष्ट्र में सरकारी अस्पताल मे कार्यरत चिकित्सक डॉ. रोहन पर किए गए ¨हसक हमले की ¨नदा की गयी। पूरब बाजार स्थित राइस मिल कैम्पस के कान, नाक, गला अस्पताल में हुई बैठक में आइएमए ने चिकित्सकों के सहयोग व कार्यों को रेखांकित करते हुए कहा कि होली के अवसर पर जब पूरा देश होली की छुट्टियां मना रहा था तो पूरे देश में चिकित्सक सरकारी व गैर सरकारी अस्प्तालों में घायल व पीड़ित रोगियों की अर्हनिश सेवा दे रहे थे। महाराष्ट्र के धुले सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कार्यरत हड्डी रोड विशेषज्ञ डा. रोहन की केवल इसलिए जानलेवा पिटायी की गयी कि उन्होंने अस्प्ताल में न्यूरोसर्जन नहीं होने के कारण हेड इन्जूयरी के रोगी को उच्चतर अस्पताल में रेफर करने की बात कही। इस हमले में डा. रोहन की बांयी आंख की रोशनी चली गयी। बिहार सहित पूरे देश में चिकित्सकों के विरूद्ध ¨हसात्मक हमलों की घटनाएं बढ़ती जा रही है तथा कई चिकित्सकों की जानें भी चली गयी है। पूरे देश का चिकित्सक समाज मर्माहत एवं रोष के दौर से गुजर रहा है। आईएमए ने इन घटनाओं की घोर भर्त्सना की। संघ ने केन्द्र व राज्य सरकार से इन घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की है। कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा एमसीआइ की जगह एनएमसी बिल का लाया जाना चिकित्सकों के जनतांत्रिक एवं जनता के एक जैसी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्राप्त करने के अधिकार का उल्लंघन है। एनएमसी बिल द्वारा केन्द्र सरकार चिकित्सकों के संघों पर भी असंवैधानिक अंकुश लगाना चाहती है। जिसका संघ ने विरोध किया है। संघ के अध्यक्ष डॉ. एसपी ¨सह की अध्यक्षता में आयेाजित बैठक में सचिव राकेश कुमार, डॉ. गोपाल शरण ¨सह, डा. जगदीश चंद्रा, डॉ. डीपी गुप्ता, डॉ. एके चौधरी, डॉ. आईडी ¨सह, डॉ. विजय शंकर, डॉ. केसी झा, डॉ. भुवन कुमार ¨सह, डॉ. जितेन्द्र कुमार ¨सह, डा. गणेश कुमार, डॉ. राजीव रंजन ¨सह, डॉ. ओमप्रकाश, डॉ. एसके अनुज, डॉ. प्रभात भाष्कर आदि ने भाग लिया।