बारिश ने घटिया निर्माण कार्यो की खोली पोल
सहरसा: शहर के सब्जी बाजार में हाल ही में बनाई गई सड़क व नाला निर्माण कार्यो की बारिश ने पोल खोलकर रख
सहरसा: शहर के सब्जी बाजार में हाल ही में बनाई गई सड़क व नाला निर्माण कार्यो की बारिश ने पोल खोलकर रख दी है। बारिश के एक ही झटके में नाला का निर्माण कार्य धाराशायी हो गया। रेलवे द्वारा माल गोदाम से लेकर सब्जी बाजार शंकर चौक तक सड़क व सड़क के दोनों ओर नाला का निर्माण 90 लाख रुपये की लागत से हो रहा है। इसका निर्माण कार्य के दिनेश टेक्नोक्रेट समस्तीपुर द्वारा किया गया है। दो लेयर में ढ़लाई रोड बनाना है। स्थानीय लोगों की मानें तो संवेदक ने स्थानीय रेल अधिकारियों की मिलीभगत कर सड़क व नाला निर्माण में प्राक्कलन के मुताबिक कार्य न कर सरकारी राशि का बंदरबाट किया जा रहा है। शहर के बीचोंबीच बन रहे सड़क व नाला निर्माण कार्य चार माह बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। जबकि इसका टेंडर करीब पांच माह पहले ही हुआ है। सड़क निर्माण कार्य के दौरान ही स्थानीय लोगों व व्यवसायियों ने घटिया निर्माण कार्य की शिकायत स्थानीय रेल अधिकारी व एईएन से की थी लेकिन उनकी बात को अनसुना कर दिया गया। ढलाई सड़क की यह हालत है कि सड़क अभी ही जर्जर दिखती ही। सड़क पर जगह-जगह गढ्डे व उपर नीचे सड़क दिख रहा है। सबसे आश्चर्य इस बात का है कि सड़क चार इंच की जगह अधिकांश जगहों पर दो इंच ढलाई कर दी गई है। इसके बावजूद विभाग उदासीन रवैया अपनाए हुए हैं। माल गोदाम से लेकर सब्जी बाजार शंकर चौक तक करीब एक किलोमीटर सड़क बनायी गयी। सड़क के दोनों ओर नाला का निर्माण होना है। हालांकि अब तक एक साइ्रड में ही नाला का निर्माण किया जा रहा है। नाला के लिए खुदाई कर दी गयी है और उसे छोड़ दिया गया है। एक तो धीमी गति से नाला का निर्माण किया जा रहा है। दूसरी ओर एक साईड में नाला का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है। 12 फीट चौड़ी बनी सड़क की गुणवत्ता पर लोंगो ने सवालिया निशान लगाते हुए इसकी जांच कर दोषी संवेदक के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं निर्माण कार्य में संबंधित अधिकारी द्वारा बरती जा रही लापरवाही की भी जांच करने तथा विभागीय कार्रवाई करने की मांग की है।
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अधिकारी कहते है
कम से कम चार इंच में ढलाई करना है। नाला टूटने की बात सामने आयी है। इसकी जांच करायी जाएगी। गुणवत्ता में कमी होने पर संवेदक के भुगतान पर रोक लगाया जाएगा। सड़क व नाला निर्माण कार्य प्राक्कलन के मुताबिक ही संवेदक को करना है।
संजय कुमार, सीनियर डीईएन, पूर्व मध्य रेल, समस्तीपुर