प्रत्याशियों के नामांकन हेतु पूरी तरह शुभ है पितृपक्ष
चुनाव का महापर्व शुरू हो गया है। प्रत्याशी शुभ मुहुर्त की तलाश में पंडितों, ज्योतिषों, विद्वानों से
चुनाव का महापर्व शुरू हो गया है। प्रत्याशी शुभ मुहुर्त की तलाश में पंडितों, ज्योतिषों, विद्वानों से परामर्श ले रहे हैं लेकिन यह भ्रांति चारों तरफ व्याप्त है कि पितृपक्ष शुभ पक्ष नहीं है। इस पक्ष में कोई कार्य नहीं करना चाहिए। परंतु जानकारों का मानना यह समय सबसे उत्तम है, पूर्वजों का आर्शीवाद प्राप्त कर किसी भी कार्य में विजय संभव है।
गायत्री शक्तिपीठ के ट्रस्टी डॉ. अरुण कुमार जायसवाल कहते हैं इस पक्ष में पूरे उत्साह के साथ प्रत्याशियों को नामांकन करना चाहिए। हां इसके लिए माता-पिता से आर्शीवाद प्राप्त करना चाहिए। वे अगर जीवित नहीं है, तो तर्पण विधि से तृप्त करना चाहिए, ताकि वे हमें शक्ति प्रदान करें, उनकी सहायता हमें सुरक्षित करती है। उनका कहना है कि पूर्वजों का आर्शीवाद मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा से ज्यादा मनुष्य को सुरक्षित करता है। उन्होंने कहा कि आज डीएनए शब्द काफी चर्चित हो गया है। डीएनए यानि गुण सूत्र जो हमें माता-पिता, पूर्वजों से प्राप्त होता है। जैसा उनका गुणकर्म व स्वभाव होगा, वैसा ही हमारा व्यक्तित्व निर्माण हो सकेगा। कहा कि जो लोग माता-पिता के प्रति श्रद्धा रखते हैं, उनके लिए यह समय वरदान साबित हो सकता है।