तटबंध के अन्दर विद्यालय योजनाओं पर बिचौलिये हावी
सहरसा। विद्यालयों में बच्चों को शिक्षा से जोड़ने वाली सारी योजनाएं दलालों के सहारे चलती है। बस यही एक
सहरसा। विद्यालयों में बच्चों को शिक्षा से जोड़ने वाली सारी योजनाएं दलालों के सहारे चलती है। बस यही एक कारण है कि तटबंध के अन्दर जिन विद्यालयों में वर्षो से ग्रामीणों को शिक्षक के दर्शन नहीं होते उन विद्यालयों में कागजों पर सबसे अधिक छात्रों की उपस्थिति दर्शाई जाती है। राशि बंटवारे में अक्सर विवाद सामने आता रहता है।
जिसका ताजा उदाहरण शनिवार को मध्य विद्यालय सिरवार में पोशाक व छात्रवृति की राशि वितरण के दौरान हुई गोलीबारी की घटना है। इसी प्रकार की घटना की एक पृष्टभूमि मध्य विद्यालय रकटी में भी आक्रोशित ग्रामीणों की बातें सुनने बाद महसूस होती है। आने वाले दिनों में अगर तटबंध के अन्दर विद्यालयों में अधिकारियों की उपस्थिति में राशि का वितरण सुनिश्चित नहीं किया गया तो सिरवार से भी ज्यादा बड़ी घटना कहीं भी किसी भी जगह घट सकती है। रकटी के ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय में पिछले तीन वर्षो से पोशाक, छात्रवृति की राशि के अतिरिक्त मध्याह्न भोजन का संचालन नहीं किया गया। बावजूद इसके सचिव व प्रधानाध्यापक द्वारा राशि वितरण का वाउचर कार्यालय को भेजा जा रहा है। वर्षो से विद्यालय भवन का कार्य अधूरा है। परन्तु बार-बार आवेदन दिए जाने के बावजूद अधिकारियों द्वारा निरीक्षण नहीं किया जा रहा है।
ज्ञात हो कि इस गांव के महादलित परिवार के सदस्यों द्वारा दो वर्ष पूर्व भी इन्हीं बातों को लेकर पल्स पोलियो के ड्राप बच्चों को पिलाने से इंकार किया गया था।