बाल श्रमिकों के चेहरे पर पुलिस लाएगी 'मुस्कान'
सहरसा। बाल श्रमिकों के चेहरे पर अब पुलिस मुस्कान लाएगी। सरकार के निर्देश पर सूबे के सभी जिलों में पा
सहरसा। बाल श्रमिकों के चेहरे पर अब पुलिस मुस्कान लाएगी। सरकार के निर्देश पर सूबे के सभी जिलों में पालनीय किशोर के लिए पुलिस द्वारा मुक्ति अभियान का संचालन इसी माह में किया जाएगा। 'मुस्कान अभियान' के तहत लापता बच्चों की भी खोज की जाएगी।
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अभियान को ले टीम गठित
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सभी जिले में गृह मंत्रालय के निर्देश पर टीम का गठन किया गया है। नगर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी इसका नेतृत्व करेंगे। जबकि मानव व्यापार निरोध ईकाई में कार्यरत सभी पदाधिकारी व कर्मी के अलावा महिला पुलिस कर्मी को भी इसमें शामिल किया गया है।
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शोषण से मिलेगी मुक्ति
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गठित टीम के अलावा सभी थानाध्यक्ष अपने क्षेत्र में अवस्थित ईट भट्ठा, रेलवे स्टेशन, बस पड़ाव, सिनेमा हॉल, होटल, आश्रय गृह पर भ्रमण करेंगे यही नहीं भिक्षाटन कर रहे व नशे के आदि हो चुके बच्चों की भी जांच करेंगे। जांच के दौरान यह देखा जाएगा कि किसी किशोर को शोषण का तो शिकार नहीं बनाया गया है। अगर ऐसा पाया जाएगा तो शोषण करने वाले व्यक्ति या व्यवसायिक प्रतिष्ठान चलाने वाले व्यक्ति के विरूद्ध साक्ष्य के अनुसार विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। जबकि संरक्षनीय एवं पालनीय किशोर को बाल कल्याण समिति के समक्ष उपस्थापित कराया जाएगा।
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लापता बच्चों की भी होगी खोज
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अभियान दल जिले के लापता बच्चों की सूची अपने साथ रखेंगे। यदि कोई लापता बच्चा मिलता है तो बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत कर बच्चे के माता-पिता को सूचना दी जाएगी। यही नहीं जिले में चल रहे पर्यवेक्षण गृह, आश्रय गृह हो तो वहां के बच्चों के संबंध में भौतिक सत्यापन भी किया जाएगा एवं लापता बच्चों के मिलने पर पूर्ववत विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। मुस्कान अभियान के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले को भारत सरकार द्वारा पुरस्कृत भी किया जाएगा।
'पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर जिले में इस अभियान की शुरूआत कर दी गयी है।'
प्रेमसागर
एसडीपीओ, सदर, सहरसा