बालिका विद्यालय में संसाधनों की कमी
महिषी (सहरसा), संसू: बालिकाओं को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए संचालित प्रखंड का एकमात्र प्रोजेक्ट
महिषी (सहरसा), संसू: बालिकाओं को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए संचालित प्रखंड का एकमात्र प्रोजेक्ट उच्च माध्यमिक विद्यालय संसाधनों की कमी से जूझ रहा है। 9वीं से 12 तक चार कक्षाओं का संचालन तीन कमरों में हो रहा है। विद्यालय में छात्राओं के लिए शौचालय, पुस्तकालय, कॉमन रूम, प्रयोगशाला जैसी मूलभूत सुविधाएं भी नहीं है। जबकि सुरक्षा की दृष्टि से विद्यालय में घेराबंदी भी नहीं हो पायी है।
जानकारी के अनुसार उक्त विद्यालय में कक्षा नौ में 90 छात्राएं अध्ययनरत है। वहीं 10 में 88, 11वीं कक्षा में 27 एवं 12वीं कक्षा में 31 छात्राएं नामांकित है। उच्च विद्यालय में 10 शिक्षक एवं माध्यमिक विद्यालय के लिए 7 शिक्षक प्रतिनियुक्त है। विद्यालय के पास एक एकड़ सात डिसमिल जमीन भी उपलब्ध है। विभाग द्वारा तीन वर्ष पूर्व 26 लाख की लागत से भवन निर्माण कार्य भी शुरू कराया गया। परंतु तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी भवन का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है। यही नहीं विद्यालय में शौचालय निर्माण को लेकर तीन योजनाएं चलाई गई। परन्तु एक भी कारगर नहीं है। 12वीं की छात्रा छोटी कुमारी, बबली कुमारी का कहना है कि प्रयोगशाला के अभाव में बच्चे विज्ञान की शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। 10वीं कक्षा की छात्रा अनीसा कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, गुंजन कुमारी आदि का कहना है कि विद्यालय में चाहरदिवारी के अभाव के कारण बाहर से मनचलों द्वारा अश्लील हरकत भी की जाती है।
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क्या कहते हैं प्राधानाध्यापक
विद्यालय के प्रधानाध्यापक अनिल सिंह चौहान का कहना है कि संसाधनों की कमी के कारण आंशिक रूप से पठन-पाठन प्रभावित होता है। जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासन वरीय अधिकारियों को कई बार पत्र के माध्यम से विद्यालय की समस्याओं से अवगत कराया गया है। बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है।