धबौली में संगोष्ठी के बहाने जुटे दिग्गज
पतरघट (सहरसा), संसू: धबौली मध्य विद्यालय में रविवार को पूर्व सांसद आनंद मोहन रचित पर्वत पुरूष: दशरथ
पतरघट (सहरसा), संसू: धबौली मध्य विद्यालय में रविवार को पूर्व सांसद आनंद मोहन रचित पर्वत पुरूष: दशरथ के लिये आयोजित साहित्य संगोष्ठी में राजनीति व साहित्य जगत के दिग्गजों का जुटान हुआ। गोष्ठी का उद्घाटन जहानाबाद के सांसद अरूण कुमार व पूर्व सांसद लवली आनंद ने किया।
अपना विचार प्रकट करते हुए पूर्व सांसद सह पूर्व कुलपति डॉ. आरके रवि ने कहा कि उक्त पुस्तक के सृजन से मोहन ने पूरे देश को अपना आदर्श दिखाया। उन्होंने कहा कि सच बोलने वाला व्यक्ति कभी मरता नहीं है। इस रचना के सीबीएसई बोर्ड में शामिल किये जाने से कोसी का गौरव बढ़ा है। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में आनंद मोहन व पूर्वजों के योगदान की चर्चा की। उन्होंने मोहन जैसे पैदा करने वाली माता को भी नमन किया। डॉ. रवि ने साथ कहा कि यह सत्य है कि आनंद मोहन सियासत का शिकार हो आज जेल में बंद है।
जहानाबाद के सांसद डा. अरूण कुमार ने पूर्व सांसद आनंद मोहन के साथ समय बिताए जाने के कई स्मरण सुनाए। डा. अरूण ने जेल में बंद आनंद मोहन द्वारा रचित पुस्तकों को एक आदर्श बताया। संगोष्ठी में मधेपुरा के विधायक प्रो. शेखर ने कहा कि पूर्व सांसद ने अपनी लेखनी के माध्यम से महादलित परिवार के गरीब कर्मयोगी दशरथ मांझी की माध्यम से देश वासियों को एक संदेश दिया। स्थानीय विधायक रत्नेश सादा ने मोहन का अपना आदर्श माना। डा. भूपेन्द्र मधेपुरी, डा. विनय कुमार चौधरी ने कहा कि मोहन राजनीति के साथ-साथ अपनी एक रचना कर साहित्य में अपना योगदान बढ़ाया। भाकपा नेता ओमप्रकाश नारायण ने कहा कि मोहन ने अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने बाद जेल में बंद है। लेकिन उनकी लेखन बंद नहीं रही। जिप सदस्य इन्दू भूषण सिंह के संयोजन एवं ब्रजमोहन सिंह की अध्यक्षता तथा डा. प्राण मोहन के संचालन में जिप अध्यक्ष सुरेन्द्र यादव, प्रो. संजय कुमार परमार, दशरथ सिंह, डा. हर्षवर्द्धन सिंह राठौर, जिप सदस्य प्रभात रंजन, सियाराम यादव मयंक, रामनाथ सिंह, तनवीर भागलपुरी, दशरथ सिंह पुलिस, डा. एहसान शाम, सिधेश्वर कश्यप, डा. केएस ओझा, डा. अशोक कुमार, श्यामल किशोर पथिक, रिंकू सिंह, प्रो. अमरेन्द्र नारायण सिंह, ध्यानी यादव, डा. कुंदन सिंह, विजय कुमार झा, गोपाल सिंह, गोपाल झा सहित कई ने अपने-अपने विचार प्रकट किया। इस मौके पर राष्ट्र नायक महाराणा प्रताप, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, जननायक कर्पूरी ठाकुर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किया गया।