केन्द्रीय कारा में फैल रही ज्ञान की ज्योति
मुकेश श्रीवास्तव, पूर्णिया : केंद्रीय कारा में बंद 360 वैसे कैदी जो निरक्षर हैं उनके मामलों के संबंध
मुकेश श्रीवास्तव, पूर्णिया : केंद्रीय कारा में बंद 360 वैसे कैदी जो निरक्षर हैं उनके मामलों के संबंध में अदालत जो फैसला ले लेकिन इतना तय है कि वे जब बाहर निकलेंगे तो निरक्षर नहीं कहलाएंगे। उनके निरक्षरता रूपी कलंक को मिटाने के लिए राज्य सरकार से संपोषित प्रेरणा कार्यक्रम के तहत पूर्णिया केन्द्रीय कारा में साक्षरता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। यह कार्यक्रम सितंबर से चालू है जो मार्च 2015 तक चलेगा। इसके लिए केन्द्रीय कारा में 8 साक्षरता केन्द्र संचालित है। इनमें 6 में पुरुष कैदियों एवं 2 महिलाओं के लिए संचालित है। पुरुष साक्षरता केन्द्र में 50-50 की संख्या में तथा 2 महिला साक्षरता केन्द्र में 30-30 महिलाएं शिक्षा प्राप्त कर रही है।
केन्द्रीय कारा में शिक्षित कैदियों में से ही शिक्षा स्वयं सेवक का चयन कर केन्द्र संचालित की जा रही है। केन्द्रीय कारा मे प्रेरणा कार्यक्रम के तहत 360 कैदियों को साक्षर बनाया जा रहा है। जिले से साक्षरता कार्यक्रम संचालन की देख भाल के लिए दो केआरपी रंजू देवी व सरोज कुमार सिंह को प्रतिनियुक्त किया गया है। जिला स्तर पर इस कार्यक्रम का अनुश्रवण जिला साक्षरता कार्यक्रम पदाधिकारी रामाधार शर्मा एवं जिला लोक शिक्षा समिति के सचिव मोहन झा द्वारा किया जाता है। असाक्षर कैदियों को साक्षर करने के लिए पढ़ने लिखने से संबंधित पाठ्यक्रम के सभी संसाधन जन शिक्षा निदेशालय पटना के द्वारा उपलब्ध कराया गया है। केन्द्रीय कारा के अंदर पुस्तकालय की व्यवस्था साक्षरता मिशन की ओर से की गई है। जिसका संचालन कैदियों के बीच से ही किया गया है। इस संबंध में लोक शिक्षा समिति के सचिव मोहन झा ने बताया कि कैदियों को साक्षर करने के बाद इनमें कौशल विकास कार्यक्रम के तहत उनके रूचि के अनुरुप प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए समतुल्य कार्यक्रम की योजना बनाई जा रही है। जिसके माध्यम से साक्षर कैदी जेल से ही आगे की पढ़ाई कर सकते हैं।
कौशल विकास के तहत प्रशिक्षण की व्यवस्था
इस योजना के तहत रुची के अनुकूल प्रशिक्षण की सुविधाएं उपलब्ध होगी। जिसमें महिला कैदियों को बरी, पापड़, बिंदी, अगरबत्ती, मोमबत्ती आदि निर्माण से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा। पुरुष कैदियों को सब्जी की खेती, गौपालन, मछली पालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन, जूट व बांस पर आधारित वस्तु निर्माण आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
अधिकारिक टिप्पणी
केन्द्रीय कारा पूर्णिया में असाक्षर 360 कैदियों के बीच 8 साक्षरता केन्द्र संचालित कर साक्षर बनाया जा रहा है। रामाधार शर्मा,
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी
साक्षरता ,पूर्णिया