जूता से मोबाइल चार्ज करने का बनाया संयंत्र
सहरसा, जासं : हौसला बुलंद और कुछ कर गुजरने की इच्छाशक्ति दृढ़ हो तो सफलता खुद पांव छूने के लिए मजबूर
सहरसा, जासं : हौसला बुलंद और कुछ कर गुजरने की इच्छाशक्ति दृढ़ हो तो सफलता खुद पांव छूने के लिए मजबूर हो जाती है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है नव कुमार उच्च विद्यालय लगमा के छात्र रोहन कुमार झा ने। जिसका चयन 11 से 17 नवंबर को चंडीगढ़ में आयोजित राष्ट्रीय बाल-विज्ञान प्रदर्शनी 2014 के लिए किया गया है। इससे पूर्व वह 41 वीं राज्यस्तरीय गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी 2013-14 में प्रथम स्थान प्राप्त कर चुका है।
अपने शिक्षक कुमार विक्रमादित्य के दिशा निर्देश में रोहन ने एक ऐसा जूता बनाया है, जिससे आसानी से विद्युत प्रवाहित किया जा सकता है। इस जूते में एक ऐसा यंत्र लगाया गया है, जो चलने पर उपर-नीचे होता है। दबाव यंत्र से जुड़े डायनेमो घूमने लगता है। और इससे उत्पन्न उर्जा मोबाइल की बैट्री को चार्ज कर देता है। इससे जुड़ा एक पंखा भी है, जो पैर को अंदर से ठंडा करता है, इससे मोजे की बदबू भी समाप्त हो जाती है। जूते में एक छोटी सी लाइट लगा दी गई है, ताकि रात्रि के समय जंगली जीवों से भी सुरक्षा की जा सकती है। इस जूते से जुड़ा एक चुम्बकीय कम्पास दिशा की जानकारी भी उपलब्ध करायेगा। इस जूता उन क्षेत्रों में काफी कारगर साबित होगा, जहां बिजली आपूर्ति की समस्या है। रोहन अपने बनाये इस जूते की खूबी से चंडीगढ़ के विज्ञान प्रदर्शनी में लोगों को अवगत करायेगा।