वेतन में कटौती से बीसीए एजेंट आक्रोशित
रोहतास। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा गांव-गांव में बैंक चलाने का सपना साकार होता नजर नहीं आ रह
रोहतास। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा गांव-गांव में बैंक चलाने का सपना साकार होता नजर नहीं आ रहा है। बैंकों व संस्थाओं की मनमानी से बीसीए एजेंटों का मनोबल गिरता जा रहा है। गोरी एमबीजीबी के बीसीए एजेंट ब्रजेश कुमार ने बताया कि जिस नियम की बदौलत बीसीए एजेंटों की बहाली की गई, उस पर न तो बैंक काम कर रहा है और न ही संबंधित फाउंडेशन। कहा कि तकरीबन सभी बीसीए एजेंटों के वेतन में अनावश्यक भारी कटौती कर लूटखसोट की जा रही है। इसकी शिकायत संस्था व बैंक के अधिकारियों से की गई लेकिन बार-बार केवल आश्वासन ही मिला। जिसका परिणाम यह है कि एपीवाई जैसी कई योजनाओं पर बीसीए एजेंट काम करने से हाथ खड़ा कर चुके हैं। कई बीसीए एजेंट को बैंक का भरपूर सहयोग भी नहीं मिल पा रहा है। इसकी सूचना पीएम को दी जाएगी।