दुर्गावती जलाशय की खामियां ढूंढ़ने में जुटा महकमा
रोहतास । दुर्गावती जलाशय की चेन में आई दरार के बाद जल संसाधन महकमा इसकी खामियों को ढूंढ़ने में जुट ग
रोहतास । दुर्गावती जलाशय की चेन में आई दरार के बाद जल संसाधन महकमा इसकी खामियों को ढूंढ़ने में जुट गया है। विभाग के इंजीनियरों की टीम डैम की चेन में क्रेक होने के कारणों का अध्ययन करने में लगी है। क्रेक दिखाई देने के दिन ही इसकी सुरक्षा के प्रयास शुरू कर दिए गए।
गौरतलब हो कि विगत 30 जून को डैम की चेन संख्या 10 से 43 के बीच लगभग आधे दर्जन जगहों पर दरार उभरने की सूचना मिलते ही सिंचाई महकमा के हाथ पांव फुल गए। आनन-फानन में पटना से स्टीम डैम के सेफ्टी डायरेक्टर एसपी सिंह को जांच के लिए भेजा गया। उन्होंने दुर्गावती जलाशय पहुंच स्थल की जांच की तथा अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा के उपायों के संबंध में विचार विमर्श किया। डैम से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि डैम की चेन में दरार आने के कई कारण होते हैं। जिनमें खराब काम, डिजाइन, पानी का दबाव, भूकंप आदि शामिल है। उनका कहना है कि यदि काम खराब हो या डिजाइन में कोई कमी रहती तो पिछले बरसात में जब पानी भरा था उसी समय दरार पड़ सकती थी। परंतु क्रेक तब नजर आया, जब भूकंप के बाद बारिश हुई। इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि भूकंप से डैम की चेन में क्रेक आ गया होगा जो धूल मिट्टी से ढके होने के कारण पहले दिखाई नहीं दिया। बारिश होने पर पानी बहकर जब अदंर गया तो वह उभर आया।
दुर्गावती जलाशय के डिविजन एक व दो के कार्यपालक अभियंता एनसी वर्मा के अनुसार क्रेक होने के कौन-कौन से कारण हो सकते हैं इस पर अभी अध्ययन चल रहा है। नेशनल वाटर एकेडमी पूना के डायरेक्टर राजीव सिंघल को ड्राइंग दिखाया गया है। जिस पर अध्ययन चल रहा है।