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पेड़ों को काट किया जा रहा अतिक्रमण

संवाद सहयोगी, डेहरी-आनसोन (रोहतास) : जल विद्युत परियोजना के नहर टिल्हे पर हरे-भरे पेड़ों को काट जमीन

By Edited By: Published: Sun, 23 Nov 2014 10:03 AM (IST)Updated: Sun, 23 Nov 2014 10:03 AM (IST)

संवाद सहयोगी, डेहरी-आनसोन (रोहतास) : जल विद्युत परियोजना के नहर टिल्हे पर हरे-भरे पेड़ों को काट जमीन का अतिक्रमण किया जा रहा है। अतिक्रमित जमीन पर मकान बनाने का सिलसिला भी प्रारंभ हो गया है। जिससे अतिक्रमणकारी पर्यावरण के लिए भी खतरा बनते जा रहे हैं।

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स्थानीय हाइडल नहर पर कई पेड़ों को काट मकान बनाए जाने से पर्यावरण पर संकट मंडराने लगा है। अतिक्रमणकारी पहले पेड़-पौधों के बीच झोपड़ी लगा कब्जा जमाते हैं। इसके बाद रात में पेड़ों को जड़ से उखाड़ अधिक भू-भाग पर अतिक्रमण करते हैं। इस पर रोक लगाने के लिए स्थानीय लोगों ने कई बार प्रशासन व सिंचाई विभाग से शिकायत दर्ज करा कार्रवाई की मांग की। लेकिन अब तक किसी पर कार्रवाई नहीं हो पाई है। समाजसेवी जवाहर लाल ने जल विद्युत नहर के उतरी छोर पर पेड़ काट अतिक्रमण कर मकान बनाने वालों पर प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग एसपी व सिंचाई विभाग के वरीय अधिकारियों से की है। कहा कि पर्यावरण संतुलन हेतु नहर के दोनों छोर पर पेड़ लगाये गए हैं। विभाग के कनीय कर्मचारियों की मिलीभगत से वृक्ष काटने, भूमि अतिक्रमण कर मकान बनाने का खेल वर्षो से चल रहा है। पेड़ काट भूमि पर अवैध कब्जा करने वालों पर कार्रवाई नहीं हुई तो लाखों रुपये मूल्य के लगे पेड़ बर्बाद हो जाएंगे।

कहते हैं अधिकारी

सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता गुंजालाल राम ने डेहरी डिविजन के अधिकारियों को मामले की जांच कर अतिक्रमणकारियों पर प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया गया है। कहा कि विभाग द्वारा प्रशासन के सहयोग से विभागीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने की कार्रवाई की जाएगी।


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