छह राज्यों से आ रही शराब
पूर्णिया। सूबे में शराबबंदी लागू होने के बाद भी शराब तस्करों द्वारा चोरी छिपे छह राज्यों
पूर्णिया। सूबे में शराबबंदी लागू होने के बाद भी शराब तस्करों द्वारा चोरी छिपे छह राज्यों से शराब की खेप लाकर उसकी बिक्री की जा रही है। शराब तस्करों ने पुलिस की बढ़ती दबिश को देखते हुए शराब की खेप लाने के लिये नये तरीके का ईजाद किया है। शराब की खेप अब बंगाल, यूपी एमपी पंजाब हरियाणा व झारखंड से कोयला लदे ट्रकों के अलावा साइकिल पार्टस के कार्टून में ट्रकों पर छिपाकर लाये जा रहे हैं। इसके अलावा सब्जी की टोकरी, खाद्य वस्तुओं की पै¨कग के अलावा कपड़ों के बंडल में भी शराब छिपाकर दूसरे राज्यों से लाये जा रहे हैं। इस बात का खुलासा अपराध अनुसंधान विभाग के अपर पुलिस महानिदेशक ने जिलों को भेजी गयी अपनी रिपोर्ट में किया है। इस रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा किया गया है कि दूसरे राज्यों से शराब की खेप लाये जाने के अलावा शराबबंदी के पूर्व खासकर सुदूर देहाती क्षेत्र, दियारा क्षेत्रों, पहाड़ी तलहट्टी, जंगली इलाकों में छुपाकर रखे गये स्टाक की भी चोरी छिपे बिक्री की जा रही है। अपराध अनुसंधान विभाग द्वारा भेजी गयी रिपोर्ट में कहा गया है की छह राज्यों से लाई गयी शराब की खेप को बंद पड़े गोदाम, सुदूर देहाती क्षेत्र का बंद पड़ा बो¨रग ट्यूबवेल का रूम, मवेशियों को खिलाने के लिये संग्रहित भूसा पुआल का कमरा, बालू का ढेर, चिमनी भट्टा में मजदूरों के लिये बनाया गया डेरा, झोपड़ी, ब्यूटी पार्लर, हास्टल का कमरा उपेक्षित पड़े सरकारी एवं गैर सरकारी भवन में छिपाकर रखा जाता है और फिर मांग के अनुसार उसकी आपूर्ति की जाती है। शराब की खेप लाने के लिये तस्करों द्वारा विशेष तरह के वाहन का उपयोग किया जाता है। शराब तस्करों द्वारा इसके लिये कंटेनर, एंबुलेस, हाईवा, मोडिफायड ट्रक, लग्जरी चार पहिया वाहन का उपयोग किया जाता है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि बाहर से शराब की खेप मंगाने के बाद सोशल मीडिया के माध्यम से शराब खरीदने वाले ग्राहकों की खोज की जाती है और फिर एजेंट के माध्यम से उनके ठिकाने पर उंची कीमत पर शराब की आपूर्ति की जा रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि शराब को बेचने के लिये कालेज में पढ़ ने वाले छात्र , फेरी लगाने वाले ,खिचड़ी परोस दुकानदार, स्थानीय स्तर पर सौंदर्य प्रसाधान का सामान बेचने वाली महिलाएं, टोकरी या ठेला पर सब्जी बेचने वाले खोमचेदार का एजेंट के रूप में शराब तस्कर उपयोग कर रहे हैं।
कोट के लिये
राज्य पुलिस मुख्यालय के निर्देश बाद कई राज्यों से आ रही शराब की खेप पर नजर रखने का निर्देश सभी जिलों के एसपी को दिया गया है इसके अलावा शराब के तस्करों द्वारा अपनाई जा रही नई तकनीक से भी अवगत कराते हुए सि पर नजर रखने को कहा गया है।
- उमाशंकर सुधांशु पुलिस महानिरीक्षक दरभंगा
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कोसी के जिलों में शराबबंदी के बाद बरामद शराब व दर्ज मामले
जिले के नाम - कुल छापामारी दर्ज मामले- गिरफ्तारी- बरामद शराब
पूर्णिया - 181 137 181 - 5461. 55 लीटर
अररिया - 1014 - 229 269 - 2999.91 लीटर
सहरसा - 41 - 27 - 32 - 918. 31 लीटर
मधेपुरा - 122 - 114 - 141 - 1575. 98 लीटर
खगड़िया - 2483 - 36 - 45 - 2097. 28 लीटर
कटिहार - 1981 - 197 - 257 - 2272. 47 लीटर
किशनगंज - 4097 - 98 123 - 1074.65 लीटर
सुपौल - 2875 - 71 - 104 - 1557. 74 लीटर