अस्पताल की छत पर फेंकी मिली 500 बोतल दवाएं
पूर्णिया। गरीब मरीज दवाओं के लिए तरस रहे हैं। वहीं, अनुमंडलीय अस्पताल धमदाहा में सरकारी
पूर्णिया। गरीब मरीज दवाओं के लिए तरस रहे हैं। वहीं, अनुमंडलीय अस्पताल धमदाहा में सरकारी दवाएं अस्पताल की छत पर फेंकी मिली। अस्पताल की छत पर ओफ्लोडेक्स जैसी जीवन रक्षक दवा की लगभग 500 बोतलें खुले आसमान के नीचे खराब हो रही है। इसकी एक्सपायरी तिथि 11 नवंबर 2016 है। यानि ये दवा अभी भी मरीजों के इलाज के लायक है। छत पर ही अन्य कई प्रकार की और दवाएं फेंकी हुई हैं जो जनवरी में एक्सपायर हो गई।
यह अस्पताल लापरवाही को लेकर हमेशा से सुर्खियों में रहता है। लेकिन, अस्पताल प्रबंधन की इस लापरवाही ने अनुमंडलवासियों के होश उड़ाकर रख दी है। सवाल यह उठता है कि जो दवा अभी एक्सपायर भी नहीं हुई थी उसे अस्पताल की त पर क्यों फेंक दी गयी। साथ ही एक्सपायरी दवाएं को भी छत पर फेंक दिया गया। इस संबंध में अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर काली शंकर मिश्र ने बताया कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने इसकी जानकारी स्टोरकीपर परमजीत कुमार से ली। इसके बाद स्टोरकीपर अस्पताल के स्वीपर को साथ लेकर छत पर जाकर सभी दवाओं को एक बोरी में भरकर एनएम कक्ष में रखते हुए मौके पर मौजूद एनएम को सारी दवाइयां रोगियों के बीच बांटने की हिदायत देने लगे। धूप और बारिश में छत पर पड़ी दवा मरीजों के लिए कितनी कारगर होगी यह अंदाजा ही लगाया जा सकता है। अस्पताल में भर्ती रोगी के परिजनों ने बताया कि अस्पताल से दवा मांगने पर यह कहकर दवा नहीं दी जाती। कहा जाता है दवाएं नहीं है। अस्पताल की छत पर दवा के साथ-साथ कई कागजात भी फेंके हुए थे। गठरी में बांधकर फेंके गये ये कागजात देखने से महत्वपूर्ण मालूम पड़ते थे। इस संबंध में पूछे जाने पर एसडीओ पवन कुमार मंडल में बताया कि यह बहुत ही गंभीर मामला है। इस पूरे मामले की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। इधर, लोगों ने जिलाधिकारी से इस पूरे मामले की जांच करने की मांग करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।