आठ प्रखंड के आठ लाख से अधिक की आबादी बाढ़ से प्रभावित
पूर्णिया। जिले में बाढ़ से आठ प्रखंड के आठ लाख से अधिक की आबादी प्रभावित है। बाढ़ की चपेट
पूर्णिया। जिले में बाढ़ से आठ प्रखंड के आठ लाख से अधिक की आबादी प्रभावित है। बाढ़ की चपेट में आने से बायसी, अमौर, बैसा, डगरूआ, रूपौली, जलालगढ़, कसबा और श्रीनगर प्रखंड के 105 पंचायत के 600 गांव के लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बाढ़ में फंसे लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का कार्य प्रशासन द्वारा लगातार युद्ध स्तर पर किया जा रहा है, लेकिन अभी भी काफी लोग पानी के बीच फंसे हुए है। जिन्हें मदद की आवश्यकता है। बाढ़ के पानी से अब तक पांच लोगों के मौत की पुष्टि प्रशासन द्वारा की गई है। पानी में फंसे लोगों को निकालने के लिए 178 नाव, 34 मोटरबोट के सहारे एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम काम कर रही है। बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए अलग-अलग जगहों पर 67 सहायता कैंप लगाकर 22 हजार विस्थापित लोगों को सुरक्षित स्थान पर रखा गया है। लोगों को पका-पकाया खाना उपलब्ध कराने के लिए आंगनबाड़ी केंद्र, थाना, प्रखंड कार्यालय जैसे 52 जगहों पर सामुदायिक किचन के माध्यम से खाना उपलब्ध कराया जा रहा है। बाढ़ पीड़ितों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी दूर करने के लिए बायसी, अमौर, बैसा और डगरूआ में 30 स्वास्थ्य कैंप लगाकर उपचार कर दवा भी मुहैया कराया जा रहा है। बाढ़ पीड़ितों को सूखा राशन उपलब्ध कराने के लिए जिला मुख्यालय में कला भवन, टाउन हॉल, इनडोर स्टेडियम और पूर्णिया कॉलेज में जीविका दीदियों, स्कूल छात्र, स्काउट गाइड, सामाजिक लोगों के सहयोग दिन-रात राशन पैक करने का काम जारी है। सूखा राशन पैकेट में चूड़ा, चीनी, चना, नमक, मोमबत्ती और सलाई के बाद अब दाल, चावल, आलू, नमक, हल्दी का पैकेट भी पै¨कग कर भेजा जा रहा है। चार दिनों में हवाई और सड़क मार्ग से अब तक 51 हजार सूखा राशन पैकेट बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचाया गया है। लोगों तक सूखा राशन पहुंचाने के लिए सड़क मार्ग से लगातार ट्रक और ट्रैक्टर के माध्यम से भेजा जा रहा है वहीं जिन जगहों पर सड़क मार्ग बाधित है वहां वायु सेना राशन पहुंचा रही है।