25 वर्षों से पति-पत्नी के बीच चल रहा विवाद सुलझा
पूर्णिया, संवाद सूत्र: लगभग 25 वर्षो से पति-पत्नी के बीच चले आ रहे दूराव व अलगाव को पुलिस परिवार परामर्श केंद्र ने कई सप्ताह के प्रयास के बाद इस शर्त पर समझौता करवाने पर कामयाबी हासिल की कि पति अपना आधा वेतन प्रतिमाह अपनी पत्नी को दिया करेगा। मामला बड़हरा कोठी थाना क्षेत्र अंतर्गत हरराही गांव की रामवती देवी और उनके पति रामचरित्र पासवान के बीच का था। दो माह पूर्व पुलिस अधीक्षक अमित लोढ़ा के जनता दरबार में पत्नी ने अपने भरण-पोषण के लिए गुहार लगाई थी। उन्होंने बताया कि उन्हें एवं उनके छह बच्चों को पति ने 25 वर्षो से मुड़कर नहीं देखा है। उन्होंने बताया कि पति को जैसे ही पशुपालन विभाग टेढ़ागाछ किशनगंज में नौकरी मिली, उन्होंने पहला काम यही किया कि टोका भाषा, टेढ़ागाछ में सगुनी देवी से शादी रचा ली। उसे दूसरी पत्नी से भी पांच संतान हुआ। कुल मिलाकर 11 संतान दोनों पत्नी से है। दूसरी पत्नी 25 वर्षो से पति के साथ रह रही है। वहीं दूसरी ओर पहली पत्नी रामवती देवी ने अपनी दो बेटियों की शादी की और तीन बच्चों को पढ़ा-लिखाकर इस योग्य बनाया कि वह बुढ़ापे में लाठी का सहारा बना हुआ है। रामवती ने बताया कि वर्ष 2000 में वह कुटुम्ब न्यायालय से आदेश प्राप्त की कि उसका पति उसे प्रतिमाह पांच सौ रूपए तथा बच्चों को तीन-तीन सौ रूपए प्रतिमाह भरण-पोषण के लिए देगा परंतु धूर्त पति ने उसे बहला-फुसला कर न्यायालय में समझौता पत्र दिलवा दिया किंतु उसे एक रूपया भी नहीं दिया। इसलिए वह इस केंद्र की शरण में आई है। केंद्र ने दोनों पक्षों को नोटिस देकर बुलाया और महज तीन-चार सप्ताह के प्रयास पर पति को इस बात के लिए राजी करवा लिया गया कि वह अपने वेतन का आधा अपनी पहली पत्नी को देगा। केंद्र के पहल पर पहली पत्नी के नाम पासबुक भी खुलवा दिया गया है। इस मामले को निपटाने में केंद्र की संयोजक प्रियंका कुमारी, सदस्य दिलीप कुमार दीपक, स्वाती वैश्यंत्री एवं कृष्ण कुमार सिंह ने अहम भूमिका निभाई। उक्त आशय की जानकारी पुलिस परिवार परामर्श केंद्र पूर्णिया कार्यालय के प्रभारी नारायण कुमार गुप्ता ने दी है।
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