Move to Jagran APP

दिल बेकरार, 29 का है इंतजार

पूर्णिया। पंचायत चुनाव में आखिरकार कौन-कौन बाजी मारेगा, किस-किस के सिर होगा गांव की सरकार का ताज, इस

By Edited By: Published: Thu, 26 May 2016 07:09 PM (IST)Updated: Sat, 28 May 2016 07:42 PM (IST)
दिल बेकरार, 29 का है इंतजार

पूर्णिया। पंचायत चुनाव में आखिरकार कौन-कौन बाजी मारेगा, किस-किस के सिर होगा गांव की सरकार का ताज, इस पर संशय बरकरार है और सभी लोग 29 तारीख का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। गुरुवार को जिले में मतदान का अंतिम चरण भी समाप्त हो चुका है। इसके साथ ही मतगणना को लेकर प्रशासन ने उल्टी गिनती शुरू कर दी है। रविवार से मतगणना होनी है। काफी इंतजार के बाद जैसे-जैसे गिनती की तारीख नजदीक आती जा रही है वैसे-वैसे प्रत्याशियों की बेचैनी भी बढ़ती जा रही है। अब जाकर मतगणना का समय करीब आया है जिससे एक बार फिर लोगों में चुनाव परिणाम जानने के लिए उत्सुकता बढ़ गई है। मतगणना को लेकर प्रशासन ने भी काफी तैयारियां की हैं। चुनाव लड़नेवाले कई उम्मीदवार ऐसे हैं जो अपनी जीत के प्रति आश्वस्त हैं और उनके आवाज में भी तेवर है। पूछने पर कहते हैं कि अब देर ही कितना है, फैसला सबके सामने होगा। कुछ प्रत्याशियों के लिए विचित्र संकट पैदा हो गई है। उन्हें मालूम है कि चुनाव में मुंह की खानी पड़ेगी। उन्हें सबसे अधिक ¨चता इस बात की हो रही है कि चुनाव में जो उनके साथ रहे थे वे भी वोट दिये या नहीं। वहीं कुछ प्रत्याशियों के मन में विकास और व्यक्तित्व की वैतरणी से नैय्या पार करने की पूरी उम्मीदें हैं। ऐजेन्ट बहाल करने से लेकर मतगणना स्थल से बाहर टेंट लगाने टेंट में बैठनेवाले समर्थकों के लिए नाश्ता पानी आदि चीजों का भी इंतजाम किया जा रहा है। खासकर चुनाव के दौरान हवा बनाने में माहिर कुछ मुखिया पद के प्रत्याशियों ने अपना पाला बदल लिया है। मतगणना की जब बारी आयी तो अब उनकी भाषा भी बदल गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.