चुनाव का सजा मैदान, मचा घमासान
पूर्णिया। 14 अप्रैल को होने वाले पंचायत चुनाव की चर्चाएं अब ग्रामीण चौपाल पर छिड़ चुकी है तथा प्रत्य
पूर्णिया। 14 अप्रैल को होने वाले पंचायत चुनाव की चर्चाएं अब ग्रामीण चौपाल पर छिड़ चुकी है तथा प्रत्याशियों के चरित्र व व्यवहारों का आपरेशन भी चौपाल पर होना प्रारंभ है। पंचायत के मतदाता एवं प्रत्याशी दोनों बराबर परेशान हैं। जहां प्रत्याशियों के लगातार आगमन से मतदाता परेशान हैं वहीं प्रत्याशीगण मतदाताओं के मौन से घबराए हुए हैं। पूरी रात प्रत्याशी मतदाताओं को जगाकर परेशान करने में लगे हैं। प्रखंड में जिला परिषद के चार सीटों पर प्रत्याशियों के बीच घमासान मचा हुआ है। पोस्टर युद्ध से लेकर लाउडस्पीकर से हो रहे मनभावन प्रचार से चुनावी गर्माहट का अहसास हो रहा है। जिला परिषद के क्षेत्र संख्या 1एवं 12 जो अनारक्षित महिला सीट है पर कुल 30 महिला उम्मीदवार एक-दूसरे को ललकारने में लगे हैं। इसमें कई राजनीति की चर्चित हस्ती है कई पहली बार घर की चौखट लांघकर चुनावी समर में उतरी हैं। इस दोनों क्षेत्र में कुछ को छोड़ शेष महिला उम्मीदवार अपने पति के बलबूते चुनाव लड़ रही हैं। वहीं दूसरी ओर जिला परिषद के क्षेत्र संख्या 13 एवं 14 जो अनारक्षित अन्य सीट है पर कुल 52 प्रत्याशी अपनी - अपनी किस्मत की जोर आजमाईश कर रहे हैं ।इस दोनों सीट पर कई ऐसे चेहरे हैं जो प्रखंड की राजनीति में लंबे समय से सक्रिय हैं तथा स्वयं के पंचायत आरक्षित होने के कारण जिला परिषद सदस्य पद के लिए जोर - शोर से लगे हैं। कोई जातीय गोलबंदी करने में फंसे हैं तो कोई डोर टू डोर जनसंपर्क कर मतदाताओं को अपने पक्ष में करने में लगे हैं। इसी प्रकार की स्थिति पंचायतों में मुखिया एवं वार्ड सदस्य पद पर बनी हुयी है तथा दिनोंदिन चुनावी घमासान दिलचस्प होता जा रहा है ।