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136वीं जयंती पर याद किए गए मुंशी प्रेमचंद

पूर्णिया। प्रखंड अन्तर्गत अनचित साह उच्च विद्यालय बेलौरी में शुक्रवार को कथा सम्राट मुंशी प्रेमचन

By Edited By: Published: Fri, 31 Jul 2015 08:58 PM (IST)Updated: Fri, 31 Jul 2015 08:58 PM (IST)

पूर्णिया। प्रखंड अन्तर्गत अनचित साह उच्च विद्यालय बेलौरी में शुक्रवार को कथा सम्राट मुंशी प्रेमचन्द की 136 वीं जयन्ती समारोहपूर्वक मनाई गई। प्रेमचन्द के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर उपस्थित छात्रों व शिक्षकों को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रधानाध्यापक नूतन आनन्द ने कहा कि विसंगतियों से भरे समाज में रचनाकारों के सामने लिखने के दो ही रास्ते हो सकते हैं एक भाग्यवादी ²ष्टिकोण को अपनाते हुए यथास्थिति को चित्रण करना और दूसरा उन परिस्थितियों का द्वन्द्वात्मक विश्लेषण करते हुए संभावित उपायों की ओर इशारा करना। प्रेमचन्द को अपने उपन्यासों, कहानियों में निश्चित तौर पर दूसरे रास्ते को चुना। अत: प्रेमचन्द की कहानियां अथवा उपन्यास मानवीय गुणों से उत्सर्जित और ओतप्रोत हैं। वहीं शिक्षक रामवृक्ष राम ने प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रेमचन्द ने अपने कहानियों में तत्कालीन समाज के विभिन्न पहलुओं पर लिखा जो आज के समाज में भी प्रासंगिक दिखाई पड़ते हैं। शिक्षक चन्द्रभूषण ने अपनी बात रखते हुए कहा कि प्रेमचन्द की कहानियों में जहां एक ओर विद्रोह का स्वर सुनाई पड़ता है वहीं दूसरी ओर कुटिलता के खिलाफ न्याय के दर्शन होते हैं। कार्यक्रम में अन्य वक्ताओं में रेणु कुमारी सिन्हा, प्रभु कुमार ¨सह, राम प्रकाश ठाकुर, मधुलिका कुमारी, सुभाष कुमार, रागीव अनवर, सुधीर चौधरी, प्रवीण प्रणय, अनिष अहमद, ममता कुमारी, आभा ¨सह, प्रेमलाल आदि ने भी प्रेमचन्द की जीवनी पर प्रकाश डाला। वहीं विद्यालय के छात्र छात्रा स्नेहा रानी, संजना, गमगम, सुनिता, शुभम, विश्वजीत, राजन, साक्षी, मिटठु, नम्रता, सोनी ने भी उन्हें याद किया। इस मौके पर विद्यालय के सभी शिक्षक समेत छात्र छात्राएं मौजूद थे।


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