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बारिश बनी आफत अभियान: यहां बारिश बन जाती है अनाज के लिए आफत

पूर्णिया। पूर्णिया। अच्छी फसल के लिए बारिश जरूरी है। बारिश के लिए किसान टोना से लेकर अनुष्ठान तक करत

By Edited By: Published: Tue, 14 Jul 2015 07:51 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jul 2015 07:51 PM (IST)
बारिश बनी आफत अभियान: यहां बारिश बन जाती है अनाज के लिए आफत

पूर्णिया। पूर्णिया। अच्छी फसल के लिए बारिश जरूरी है। बारिश के लिए किसान टोना से लेकर अनुष्ठान तक करते हैं। जिस साल बारिश अच्छी हुई तो फसल भी अच्छी होती है बारिश नहीं हुई तो फसल मारी जाती है। पर यहां तो बारिश अनाज को नुकसान पहुंचा जाती है। अधिकारियों की लापरवाही के कारण वर्षा से सबसे अधिक बर्बादी सरकारी अनाज की होती है। रख-रखाव के अभाव में सरकारी गोदामों में रखे अनाज बारिश में भींग कर सड़ जाते हैं। वहीं उत्तरी बिहार की सबसे बड़ी मंडी गुलाबबाग बाजार समिति में बारिश गल्ला के लिए आफत बन जाती है।

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उदाहरण-1.धमदाहा अनुमंडल कार्यालय के सामने स्थित है एसएफ़सी का गोदाम। गोदाम में सैंकड़ो क्विंटल सरकारी अनाज रखे जाते हैं। लेकिन देखरेख के अभाव में उनमें रखे अनाज वर्षा में भींग कर बर्बाद हो जाते हैं। हाल में एसएफ़सी गोदाम में रखा हुआ गेंहू एवं चावल के लगभग 500 बोरे वर्षा में भंीग कर बर्बाद हो गये। ये अनाज वितरण के लिए रखे गये थे लेकिन रखरखाव के अभाव में वे सड़कर आपस में मिल गये। एक ओर गरीब भूखे सोने को विवश हैं वहीं यहां अधिकारियों की लापरवाही के कारण सैकड़ों क्विंटल अनाज बर्बाद हो रहे हैं। हालांकि इस संबंध में एसएफसी के प्रबंधक अवध नारायण मिश्र कुछ बताने से इंकार कर गये लेकिन लोग इस लापरवाही पर सवाल उठाने लगे हैं।

उदाहरण-2.उत्तर बिहार की सबसे बड़ी मंडी में शुमार है गुलाबबाग मंडी। हर दिन यहां करोड़ों के अनाज की खरीद-बिक्री होती है। लेकिन कुव्यवस्था के कारण बारिश के दिनों में यह मंडी झील बन जाती है। बारिश हुई तो मंडी बिकने के लिए आए अनाज भिंग जाते हैं। वहीं बाजार समिति की सड़क पर इतने गड्ढे बन गये हैं कि उस पर गाड़ियों से रोजाना सैकड़ों क्विंटल अनाज गिर जाते हैं। मौसम सूखा रहा तो उस अनाज को लेकर उठा लेते हैं लेकिन यदि बारिश हो गई तो सारे अनाज भींग कर बर्बाद हो जाते हैं। गोदाम नंबर एक के गोदाम प्रबंधक सुरेंद्र प्रसाद जायसवाल कहते हैं कि बारिश के समय अनाज लोड-अपलोड करने में यहां काफी परेशानी होती है। उन्होंने बताया कि लोड-अपलोड करते समय नीचे मे प्लास्टिक बिछा दिया जाता है जिसे बाद में उठा लिया जाता है। लेकिन बारिश हो जाती है तो नीचे गिरे अनाज को उठाना मुश्किल हो जाता है। वे भी स्वीकार करते हैं कि बारिश में अनाज की बर्बादी होती है। वे कहते हैं कि अधिकारियों को बाजार समिति की सड़क मरम्मत करने के लिए लिखा गया है लेकिन आज तक उसकी मरम्मत नहीं हो पायी है।


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