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682 शिक्षक अभ्यर्थियों में 442 के प्रमाण पत्र फर्जी

जासं, पूर्णिया : जिले के धमदाहा प्रखंड अंतर्गत पंचायत शिक्षक नियोजन 2015-16 के नियोजन की अंतिम मेधा

By Edited By: Published: Thu, 21 May 2015 02:34 AM (IST)Updated: Thu, 21 May 2015 02:34 AM (IST)
682 शिक्षक अभ्यर्थियों में 442 के प्रमाण पत्र फर्जी

जासं, पूर्णिया : जिले के धमदाहा प्रखंड अंतर्गत पंचायत शिक्षक नियोजन 2015-16 के नियोजन की अंतिम मेधा सूची में अभ्यर्थियों की शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाण पत्र की जांच में 442 के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गये हैं। यहां 682 शिक्षक अभ्यर्थियों ने आवेदन दिए थे। जिला शिक्षा पदाधिकारी मो. हारुण की पहल पर पहली बार चतुर्थ शिक्षक नियोजन के अभ्यर्थियों के टीइटी उत्तीर्ण प्रमाण पत्रों की जांच स्थापना शाखा द्वारा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा प्रकाशित परीक्षा फल के उपलब्ध करायी गई सीडी से करायी गयी है। जिसमें प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने का मामला खुलासा हुआ है।

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विदित हो कि धमदाहा प्रखंड अन्तर्गत कुल 26 पंचायत है। इनमें 2 पंचायत विशनपुर एवं नीरपुर द्वारा भेजे गये मेधा सूची में टीइटी के प्रमाण पत्र पर रोल नं. ही अंकित नही किया गया है। जिस कारण इन दोनों पंचायतों के मेधा सूची को जिला से अनुमोदन नही किया जा सका है। इसी प्रकार दमगाड़ा के 17, धमदाहा उत्तर के 38, इटहरी के 5 रंगपुरा उत्तर के 2, रुपसपुर खगहा पंचायत के 5 अभ्यर्थियों के अंतिम मेधा सूची में नाम अनुमोदन के लिए जिला भेजा गया है परन्तु इन पंचायतों के सभी अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गये है। जिस कारण इन पंचायतों में नियोजन कार्य प्रभावित हो सकते हैं। प्रखंड के शेष बचे 24 पंचायतों में विधिवत नियोजन प्रक्रिया अपनाई गई है। इसके तहत प्रखंड के कुल पंचायत शिक्षक के 245 पद के विरुद्ध 682 अभ्यर्थियों के आवेदन अंतिम मेधा सूची के अनुमोदन के लिए जिला में भेजा गया है। इनमें प्रशिक्षित 10 एवं अप्रशिक्षित 672 शिक्षक अभ्यर्थियों में 442 अभ्यर्थियों के शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गये हैं।

2006 से नहीं हुई प्रमाण पत्रों की जांच

जिले में शिक्षक नियोजन में बहाल हुए शिक्षकों के शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच 2006 से अब तक नहीं हुई है। शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ने पूर्णिया डीइओ को 27 से 29 जुलाई 2015 तक सभी नियोजित शिक्षकों के शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र की जांच सुनिश्चित कर रिपोर्ट देने को कहा है। जून माह से संबंधित नियोजित शिक्षक का मानदेय जब तक प्रमाण पत्र की जांच पूरी नहीं हो जाती तक तक वेतन स्थगित रखने का भी निर्देश दिया है। माना जा रहा है कि लगभग 80 प्रतिशत शिक्षक पंचायत एवं प्रखंडों में फर्जी प्रमाण पत्र पर नियोजित हैं।

पंचायतवार फर्जी प्रमाण पत्र

पंचायत अभ्यर्थियों फर्जी प्रमाण

का नाम की सं. पत्रों की सं.

1.बरदेला 14 05

2.चंपावती 18 14

3.चिकनी डुमरिया 08 07

4.दमैली 16 13

5. दमगाड़ा 17 17 6.धमदाहा पूर्व 28 19

7.धमदाहा मध्य 66 45

8.धमदाहा उत्तर 38 38

9.धमदाहा दक्षिण 33 23

10.इटहरी 05 05

11.किशनपुर बलुआ 58 37

12.कुकरौन पूर्व 29 21

13.कुकरौन पश्चिम 30 22

14.कुआंड़ी 32 22

15.माली 13 12

16.मो.पुरन्दाहा पश्चिम 48 38

17.मो.पुरन्दाहा पूर्व 38 33

18.पारसमणि 04 03

19.राजघाट गरैल 17 16

20.रंगपुरा दक्षिण 14 07

21.रंगपुरा उत्तर 02 02

22.रुपसपुर खगहा 05 05

23.सरसी 06 04

24 .ठाढ़ी राजो 49 34

25. विशनपुर 69 ...

26.नीरपुर 25 ..


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