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गाजे-बाजे व झांकियों के साथ निकाली गई भव्य शोभा यात्रा

फोटो :29 पीआरएन-4 से 10 तक -डीजे एवं बैंड बाजे के साथ झूमते श्रद्धालु लगा रहे थे जय श्रीराम का जय

By Edited By: Published: Sun, 29 Mar 2015 08:41 PM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2015 08:41 PM (IST)

फोटो :29 पीआरएन-4 से 10 तक

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-डीजे एवं बैंड बाजे के साथ झूमते श्रद्धालु लगा रहे थे जय श्रीराम का जयकारा

-शोभा यात्रा के साथ चल रहे थे वज्रवाहन, एंबुलेंस एवं सशस्त्र जवान

-शोभा यात्रा में हजारों श्रद्धालु और दर्जनों वाहन थे शामिल

-भव्य झांकियां भी बढ़ा रहे थे शोभा यात्रा का आकर्षण

पूर्णिया, जागरण संवाददाता : गाजे-बाजे व डीजे-बैंड के साथ जिला मुख्यालय में रविवार को भव्य रामनवमी शोभा यात्रा निकाली गई। हजारों की संख्या में श्रद्धालु और सैकड़ों मोटर साइकिल व दर्जनों वाहन शोभा यात्रा में शामिल थे। शोभा यात्रा का काफिला इतना लंबा था कि दूसरे छोर का पता ही नहीं चल पाता था। जिस होकर यह यात्रा गुजरती सभी ठिठक जाते। शोभा यात्रा के साथ मनमोहक झांकियां भी चल रही थी जो लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए थे। शोभा यात्रा के मार्ग में दर्जनों तोरण द्वारा बनाये गये थे। वहीं चौक-चौराहों पर काफी संख्या में श्रद्धालु खड़े थे जो पुष्प एवं अबीर-गुलाल बरसा कर श्रद्धालु-यात्रियों का स्वागत कर रहे थे। शोभा यात्रा का स्वागत करने के लिए सांसद संतोष कुमार कुशवाहा भी अपने समर्थकों के साथ आरएन साव चौक पर मौजूद थे। शोभा यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को जगह-जगह शीतल जल और शर्बत पिलाने की व्यवस्था की गई थी। कई जगहों पर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों द्वारा भी श्रद्धालुओं को जल और शर्बत पिलाने की व्यवस्था की गई थी जो पूर्णिया में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश कर रहे थे। वहीं शोभा यात्रा को ले प्रशासन की ओर से चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। श्रद्धालुओं के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल के अलावा एंबुलेंस एवं दंगा नियंत्रण व वज्र वाहन भी चल रहे थे। सुरक्षा के मद्देनजर प्रमुख स्थलों पर मजिस्ट्रेट भी नियुक्त किए गए थे। मधुबनी से निकली शोभा यात्रा देर शाम पूर्णिया सिटी पहुंची जहां भरत मिलाप के साथ सौरा नदी में प्रतिमा का विसर्जन किया गया।

शहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण ढंग से रामनवमी शोभा यात्रा निकाली गई। मधुबनी दुर्गा स्थान से निकली शोभा यात्रा डालर हाउस चौक, कचहरी चौक होते हुए आरएन साव चौक पहुंची। जहां से यह लखन चौक, रजनी चौक होते हुए लाइन बाजार के रास्ते खुश्कीबाग होकर पूर्णिया सिटी पहुंची। शोभा यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं एवं वाहनों का काफिला काफी लंबा था, करीब तीन किलोमीटर तक लोगों व वाहनों की कतार लगी हुई थी। घोड़े, मोटर साइकिल एवं छोटे-बड़े दर्जनों वाहनों पर सवार उत्साही श्रद्धालु जय श्रीराम के जयकारे लगाते साथ चल रहे थे। पूरे रास्ते पटाखों की गूंज के बीच अबीर-गुलाल उड़ रहे थे। सबसे आगे घोड़ों पर सवार उत्साही युवक चल रहे थे। उसके साथ मोटर साइकिल पर सवार युवक भी तालमेल कर चल रहे थे। उसके पीछे थी वाहनों की लंबी कतार थी और उसके साथ चल रहे हजारों की संख्या में नाचते-गाते श्रद्धालु। काफिले में दर्जनों की संख्या में डीजे और बैंड बाजे का ग्रुप चल रहा था। जिससे निकलने वाले जय श्रीराम के जयघोष के बीच श्रद्धालु नाचते-झूमते चल रहे थे। शोभा यात्रा के आकर्षण का केंद्र थे उसके साथ चल रही झांकियां। कहीं भोलेनाथ और उसके गण वेश भूत-प्रेत वेशधारियों की झांकी लोगों को लुभा रही थी तो कहीं राम-लक्ष्मण-सीता की झांकी। कई भव्य झांकियां लोगों की निगाहें बरबस अपनी ओर खींच रही थीं। जिधर से यह शोभा यात्रा गुजरती अबीर गुलाल उड़ने लगते। जगह-जगह पर श्रद्धालु पटाखे फोड़ कर भी अपने उत्साह का इजहार कर रहे थे। हर चौक-चौराहों पर श्रद्धालुओं को ठंडई, शीतल जल, शर्बत आदि पिलाने की व्यवस्था की गई थी। लाइन बाजार क्षेत्र में तो अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों द्वारा श्रद्धालुओं को जल पिलाने की व्यवस्था की गई थी। जो यहां की पुरानी सांप्रदायिक सौहार्द की परंपरा का परिचायक है। पूरे मार्ग लोगों ने शोभा यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं का दिल खोल कर स्वागत किया।

ज्ञात हो कि हर साल मधुबनी से रामनवमी शोभा यात्रा समिति द्वारा रामनवमी के अवसर पर शोभा यात्रा निकाली जाती है जो विभिन्न मार्गो से होकर सिटी तक जाती है जहां उसका विसर्जन किया जाता है। इस बार भी विभिन्न मागरें पर भ्रमण करती हुई शोभा यात्रा देर शाम सिटी पहुंची जहां भरत मिलाप का आयोजन किया गया। भरत मिलाप की बेला भी काफी भावुक थी जहां लोगों ने श्रीराम, लक्ष्मण, भरत और जानकी का जयघोष किया। फिर भरे मन से प्रतिमा का विधिवत पूजन के बाद सौरा नदी में उसे विसर्जित कर दिया गया।

कड़ी सुरक्षा के बीच निकाली गई शोभा यात्रा

पूर्णिया: मधुबनी से निकाली गई भव्य शोभा यात्रा को लेकर सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी। शोभा यात्रा के रूट चार्ट के अनुसार हर चौक-चौराहे पर पुलिस बलों को तैनात किया गया था। जिसके साथ प्रमुख संवेदनशील जगहों पर दंडाधिकारी भी तैनात किए गए थे। पुलिस के वरीय अधिकारी भी जुलूस के साथ-साथ चल रहे थे। यात्रा के साथ दंगारोधी वाहन और एंबुलेंस भी चल रहे थे।

शोभा यात्रा में शांति सौहार्द कायम रहे इसको लेकर प्रशासन की ओर से विशेष व्यवस्था की गई थी। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की पैनी नजर थी। भारी संख्या में सशस्त्र पुलिस के जवान सादे लिबास में भी जुलूस के साथ चल रहे थे। शरारती तत्वों एवं उपद्रवियों से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन ने दंगा नियंत्रण वाहन को भी लगा रखा था। इसके अलावा एंबुलेंस भी जुलूस के साथ-साथ चल रहे थे। शोभा यात्रा के दौरान यातायात बाधित न हो इसके लिए भी पुलिस चौकस नजर आ रही थी। हालांकि शोभा यात्रा काफी लंबी थी जिससे मुख्य सड़क पर यातायात प्रभावित हुआ। लेकिन आर एन साव चौक पर पुलिस ने यातायात नियंत्रित करने का भरसक प्रयास किया। पुलिस बल बीच बीच में गाड़ी पास करवाते रहे। जुलूस जिस थाना क्षेत्र से होकर गुजरती उस थाने की पुलिस विशेष रूप से सतर्क थी। जुलूस में किसी तरह की बाधा उत्पन्न न हो इसको लेकर भी पुलिस सतर्क नजर आई। पुलिस की सक्रियता एवं शहर के शांतिप्रिय लोगों की सहभागिता से रामनवमी शोभा यात्रा शांतिपूर्वक संपन्न हो गई।


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