सुशिक्षित समाज की आवाज बनी बबीता
राजेश कुमार, पूर्णिया शिक्षा के लिए किये जा रहे प्रयासों के कारण सुशिक्षित समाज की आवाज बनती जा रह
राजेश कुमार, पूर्णिया
शिक्षा के लिए किये जा रहे प्रयासों के कारण सुशिक्षित समाज की आवाज बनती जा रही है बबीता वर्मा। जिले के अमौर प्रखंड अंतर्गत सिरोटोल में बबीता द्वारा कमला बिंधवासिनी समाज उत्थान समिति के माध्यम से 60 गरीब, लाचार बच्चों को निश्शुल्क शिक्षा दी जा रही है। इसमें 25 बच्चे निश्शक्त हैं। अमौर जैसे पिछड़े क्षेत्र में इनका यह प्रयास सुशिक्षित समाज की दिशा में कारगर कदम है।
बबीता ने बताया कि वे 2002 से स्वयं सहायता समूह से जुड़ी थी। क्षेत्र भ्रमण के क्रम में इन्हें लगा कि लोग शिक्षा के महत्व को समझ नहीं रहे हैं। बच्चे स्कूल नहीं जाते और मां-बाप भेजना नहीं चाहते। निश्शक्त बच्चों की तो समाज में दुर्दशा ही थी। सो इन्होंने इन्हें पढ़ाने की ठानी। बच्चों के माता-पिता से कहकर बच्चों को अपने घर पढ़ने के लिए बुलाना शुरू किया। पति सुरेंद्र दास के किसान होने के कारण आर्थिक तंगी रहती थी। धीरे-धीरे जब बच्चे बढ़ने लगे तो जून 2014 में संस्था का गठन किया। इस संस्था में फिलहाल 60 सदस्य हैं। लाचार, निश्शक्त बच्चों के लिए किये जा रहे प्रयास को समाज का भी सहारा मिला और कई लोग अपनी निश्शुल्क सेवा देने के लिए जुड़ गये। प्रदीप कुमार वर्मा, नेहा कुमारी, ममता कुमारी आदि यहां निश्शुल्क सेवा दे रहे हैं।
संस्था द्वारा ऐसे लाचार बच्चे जिसके मां-बाप नहीं है या जो पढ़ाने में अक्षम हैं उनको सहारा दिया जा रहा है। निश्शक्त बच्चे मिथुन कुमार, मिलन कुमारी, सूरज, अजमेरी आदि को घर को रखकर शिक्षा दे रही हैं। नि:सहाय आलमगीर, फूलमणी मुर्मू, जयचिंता मुर्मू, बोरीनाका मुर्मू, अंजली मरांडी, जीतन मरांडी आदि भी यहां शिक्षा ग्रहण करते हैं। मानसिक विक्षिप्त बच्चे को योगा के माध्यम स्वस्थ्य करने की कोशिश की जा रही है। संस्थापिका बबीता वर्मा ने बताया कि इसके लिए उन्हें कोई सरकारी सहायता नहीं मिलती। इसका खर्च सदस्यों के चंदा से चलता है।